ज्वाला, अश्विनी ने आईबीएल पर साधा निशाना

ज्वाला, अश्विनी ने आईबीएल पर साधा निशाना

ज्वाला, अश्विनी ने आईबीएल पर साधा निशाना नई दिल्ली : युगल विशेषज्ञ ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा इंडियन बैडमिंटन लीग (आईबीएल) की खिलाड़ियों की नीलामी में अंतिम समय में अपना आधार मूल्य घटाए जाने से निराश हैं और उन्होंने इसे ‘अपनामजनक’ और ‘बेतुका’ करार दिया है। राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता जोड़ी के सदस्य ज्वाला और अश्विनी छह आइकन खिलाड़ियों में शामिल थे जिनकी कल नीलामी हुई। खिलाड़ी की नीलामी से कुछ समय पहले हालांकि आईबीएल ने छह फ्रेंचाइजियों के साथ सलाह के बाद उनका आधार मूल्य 50000 डॉलर (29,86,264 रुपये) से घटाकर 25000 डॉलर (14,93,125 रुपये) कर दिया। नीलामी में ज्वाला को क्रिश दिल्ली स्मैशर्स ने 31000 डालर (18,51,520 रुपये) में खरीदा जबकि अश्विनी 25000 डालर के अपने आधार मूल्य पर पुणे पिस्टन्स का हिस्सा बनीं।

ज्वाला ने कहा, मैं बहुत निराश हूं। मैंने और अश्विनी ने आइकन खिलाड़ी के रूप में अनुबंध किया था और हमारे साथ बेहतर रवैया अपनाया जाना चाहिए था। आधार मूल्य कम करने के बारे में हमें बताया तक नहीं गया। महिला युगल की जगह एक और पुरूष एकल ने ले ली है, यह खबर भी मुझे देर में पता चली। मैं क्या कह सकती हूं, यह अपमानजनक है और मैं आईबीएल से निराश हूं। आईबीएल के अंतिम समय में लिए फैसले से अश्विनी भी नाराज हैं जिन्होंने 2011 में लंदन में ज्वाला के साथ मिलकर विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था।

अश्विनी ने कहा, मुझे इस बारे में कुछ नहीं बताया गया। किसी ने मुझे इसकी जानकारी नहीं दी। मुझे काफी पीड़ा पहुंची है और मैं निराश हूं। नीलामी खत्म होने तक तो मुझे इसकी जानकारी ही नहीं थी। उन्होंने कहा, मैंने सुना कि महिला युगल स्पर्धा नहीं होगी इसलिए हमारी कीमत घटा दी गई। लेकिन फिर अन्य महिला युगल खिलाड़ियों को मुझसे कहीं अधिक कीमत क्यों मिली। यह बेतुका है। वे आपको आइकन खिलाड़ी बनाते हैं और फिर आपके साथ सम्मान नहीं दिखाते। अश्विनी के मौजूदा महिला युगल और मिश्रित युगल जोड़ीदारों प्रादन्या गाडरे और तरूण कोना को उनकी फ्रेंचाइजियों ने क्रमश: 46000 और 28000 डालर में खरीदा जब उनका आधार मूल्य 10000 और 15000 डालर था।

आधार मूल्य कम करने के पीछे के कारणों को विस्तार से बताते हुए आईबीएल के व्यावसायिक साझेदारी स्पोर्टी साल्यूशंस के सीईओ आशीष चड्ढा ने कहा, नीलामी से पहले ही रात बंद दरवाजे के पीछे बोली लगी लेकिन ज्वाला और अश्विनी को किसी ने नहीं खरीदा इसलिए फैसला किया गया कि पर्दे के पीछे की नीलामी से काम नहीं चलेगा इसलिए इसे रद्द कर दिया गया और हमने सभी आइकन खिलाड़ियों की खुली नीलामी कराई। चड्ढा ने कहा, पिछले साल नवंबर में यह फैसला किया गया था कि महिला युगल मुकाबला होगा और उस समय ज्वाला और अश्विनी के साथ आइकन खिलाड़ियों के रूप में अनुबंध किया गया। लेकिन इसके बाद महिला युगल को हटा दिया गया। लेकिन उनके हितों की रक्षा के लिए आईबीएल ने नीलामी के जरिये उन्हें अधिक राशि हासिल करने का मौका दिया और साथ ही बिक्री राशि और 50000 डालर की राशि के अंतर का भुगतान करने का फैसला भी किया। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, July 23, 2013, 20:43

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