Last Updated: Saturday, February 9, 2013, 20:25

नई दिल्ली : भारतीय टेनिस को झकझोरने वाले पांच हफ्ते पुराने संकट का शनिवार को आंशिक हल निकला जब बागी खिलाड़ियों ने इंडोनेशिया के खिलाफ डेविस कप मुकाबले के लिए स्वयं को उपलब्ध रखा। इससे पहले कल अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने डेविस कप में खेलने के हालात से संबंधित आश्वासन खिलाड़ियों को लिखित में दिए थे।
खिलाड़ियों ने हालांकि साफ कर दिया है कि यह उपलब्ध केवल आगामी मुकाबले के लिए है और यह इस पर निर्भर करेगा कि एआईटीए उन्हें किए गए वादों को निभाता है या नहीं।
सोमदेव देववर्मन की अगुआई वाले 11 सदस्यीय बागी समूह ने हालांकि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए एआईटीए द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति से बात करने से इनकार कर दिया है और साथ ही वे जानना चाहते हैं कि अगले मुकाबले में गैरखिलाड़ी कप्तान एसपी मिश्रा की जगह कौन लेगा।
संकट को सुलझाने की दिशा में यह बड़ा कदम है लेकिन खिलाड़ियों और एआईटीए को पूर्व सहमति पर पहुंचने में अब भी कुछ समय लगेगा।
खिलाड़ियों ने एआईटीए को लिखे पत्र में कहा, ‘हम इंडोनेशिया मुकाबले के लिए अपनी उपलब्धता की पुष्टि करना चाहते हैं जो इस बात पर निर्भर करता है कि एआईटीए पत्र में लिखे सभी वादों को बिना शर्त पूरा करे। हम खिलाड़ियों ने जो मुद्दे उठाए थे उनमें से कुछ का समाधान अभी तक नहीं निकला है इसलिए हमारी उपलब्धता की पुष्टि सिर्फ इंडोनेशिया मुकाबले की है।’
पत्र में कहा गया, ‘हम साथ ही बताना चाहते हैं कि हम एआईटीए द्वारा गठित नई समिति से बातचीत के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे क्योंकि हमारा मानना है कि इसमें ऐसे लोग शामिल हैं जो एआईटीए के पक्ष में हैं।
हालांकि हम इस बात को बढ़ावा देते हैं कि एआईटीए दोनों पक्षों के मतभेद सुलझाने के लिए मुकाबले से पहले और दौरान खिलाड़ियों से सीधे बातचीत करे।’
एआईटीए ने हालांकि उम्मीद जताई कि जल्द ही सब कुछ सुलझा लिया जाएगा।
एआईटीए के सीईओ हिरणमय चटर्जी ने कहा,‘हम खिलाड़ियों के साथ बातचीत जारी रखेंगे। यह अच्छा है कि उन्होंने खुद को उपलब्ध रखा है। अगर वे समिति से बात नहीं करना चाहते तो मैं उनसे बात करूंगा और समिति अन्य खिलाड़ियों से बात करेगी।’
खिलाड़ियों ने साथ ही महासंघ ने कहा कि वह कप्तान मिश्रा के विकल्प पर उनकी भी सलाह ले लेकिन साथ ही इस बात पर सहमति जताई कि वे अपनी पसंद थोप नहीं सकते।
खिलाड़ियों ने कहा,‘जैसा कि आपने बताया था कि कोरिया के खिलाफ पिछला मुकाबला कप्तान एसपी मिश्रा का विदाई मुकाबला होगा, हम चाहते हैं कि हमें भी सूचित किया जाए कि इस काम के लिए अगला उम्मीदवार कौन है।’
उन्होंने कहा,‘हम यह उम्मीद नहीं कर रहे है कि इस मुद्दे पर हमारी बात मानी जाए लेकिन उम्मीद करते हैं कि हमारी सलाह को गंभीरता से लिया जाएगा क्योंकि आखिर में खिलाड़ियों को ही मैच स्थिति के तनाव के बीच कप्तान के साथ काम करना है।’\
लेकिन पता चला है कि एआईटीए भविष्य में मिश्रा के साथ ही आगे बढ़ना चाहता है लेकिन उसे भविष्य के फैसलों पर खिलाड़ियों की सलाह लेने में कोई समस्या नहीं है।
खिलाड़ियों के जोर देने पर एआईटीए ने कोच नंदन बल, डाक्टर वेस पेस और फिजियोथेरेपिस्ट संजय सिंह को रिलीव कर दिया था। लेकिन एआईटीए ने मिश्रा को कप्तान बनाए रखा और जीशान अली को नया कोच बनाया जबकि खिलाड़ियों ने आदित्य सचदेव को प्राथमिकता दी थी।
भारत अब इंडोनेशिया के खिलाफ पांच से सात अप्रैल तक बेंगलूर में होने वाले डेविस कप एशिया ओसियाना ग्रुप एक के पहले दौर के प्ले आफ में इंडोनेशिया के खिलाफ अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम चुन पाएगा।
शीर्ष खिलाड़ियों की गौरमौजूदगी में भारत को पिछले हफ्ते दक्षिण कोरिया के खिलाफ डेविस कप मुकाबले में 1. 4 की करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
सोमदेव देववर्मन की अगुआई में खिलाड़ियों ने चेन्नई ओपन ने पहले राष्ट्रीय महासंघ के समक्ष मांगों की सूची रखी थी।
एआईटीए ने इनमें से अधिकांश मांगे मान ली थी लेकिन खिलाड़ियों ने कोरिया के खिलाफ डेविस कप मुकाबले में खेलने से इनकार कर दिया क्योंकि उन्हें लिखित में आश्वासन नहीं मिला था।
शुक्रवार को एआईटीए ने लिखित आश्वासन दिए और खिलाड़ियों ने उम्मीद के मुताबिक बगावत समाप्त कर दी।
एआईटीए डेविस कप इनामी राशि में खिलाड़ियों का हिस्सा बढ़ाने, सहायक स्टाफ में बदलाव और आयोजन स्थल तथा सतह की पसंद में उनके साथ सलाह को तैयार हो गया है।
टेनिस संघ साथ ही खिलाड़ियों को यात्रा के लिए बिजनेस क्लास का विमान का टिकट देने, विदेशी सरजमीं पर मुकाबले के लिए छह सदस्यीय टीम चुनने और टीम फिजियो की नियुक्ति में खिलाड़ियों से सलाह पर भी सहमत हो गया है।
खिलाड़ियों ने एआईटीए की कार्यकारी और चयन समितियों में भी प्रतिनिधित्व मांगा था लेकिन महासंघ ने इससे इनकार कर दिया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, February 9, 2013, 18:46