Last Updated: Wednesday, February 6, 2013, 18:33

हेग : हेग स्थित अंतर्राष्ट्रीय एवं यूरोपीय कानून की एक संस्था, टीएमसी एस्सर में वरिष्ठ शोधकर्ता बेन वैन रॉम्पी का कहना है कि यूरोपियन फुटबाल प्रतियोगिताओं में भारी संख्या में मैचों के फिक्स होने के खुलासों ने भले सबको चौंका दिया हो लेकिन यह उतना आश्चर्यजनक भी नहीं है।
वैन रॉम्पी अंतर्राष्ट्रीय तथा यूरोपीय संघ खेल कानून एवं विनियमन विषयों के विशेषज्ञ शोधकर्ता हैं। इसके अलावा वह इंटरपोल के `विशेषज्ञ कार्यसमूह ग्लोबल अकादमी` के सदस्य भी हैं जिसकी एक बैठक में वह हाल ही में सिंगापुर में थे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक रॉम्पी ने कहा कि नहीं, मैं आश्चर्यचकित या भौंचक्का नहीं हुआ। मुझे पता था यह सब हो सकता है।
इन प्रतियोगिताओं में इतनी भारी संख्या में देश हिस्सा लेते हैं और इतनी बड़ी संख्या में लोग इन कार्यक्रमों से जुड़ते हैं कि इस तरह की घटनाओं के होने का अंदाजा लगाया जा सकता है। सामने आए खुलासे तो नमूना मात्र हैं। यूरोपोल का उद्देश्य एक तरह से चेतावनी देना है। हमें पता है कि समस्या की असली जड़ कहां है। यह जन संपर्क का एक अच्छा हथकंडा है। हमें अब असली संदेश को समझना होगा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 6, 2013, 18:33