`कोयना बांध की तलहटी में कोई परतदार चट्टान नहीं`

`कोयना बांध की तलहटी में कोई परतदार चट्टान नहीं`

`कोयना बांध की तलहटी में कोई परतदार चट्टान नहीं`नई दिल्ली : वैज्ञानिकों को महाराष्ट्र में कोयना बांध के पास डेक्कन ट्रैप के एक किलोमीटर से भी कम नीचे के क्षेत्र में ग्रेनाइट का तलघर (बेसमेंट) मिला है। हालांकि वहां कोई परतदार चट्टान नहीं मिली है। वैज्ञानिक कोयना क्षेत्र में भूगर्भीय हलचल का अध्ययन करने की योजना पर काम कर रहे हैं।

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव शैलेश नायक ने कहा कि हमने जब छिद्रों के लिए खुदाई की तब उनमें कोई परतदार चट्टान नहीं मिली। 933 मीटर मोटे डेक्कन ट्रैप में खुदाई करने पर हमें ग्रेनाइट का तलघर मिला है। वैज्ञानिकों के एक दल ने कोएना बांध के पास 1.5 किलोमीटर गहरे छिद्र की खुदाई की। यह छिद्र भूगर्भीय हलचल का अध्ययन करने के लिए खोदे जाने वाले चार छिद्र में पहला है। इस परियोजना पर 500 करोड़ रूपये खर्च होने का अनुमान है।

नायक ने कहा कि छिद्र की खुदाई से जो मुख्य अवयव प्राप्त हुए हैं उससे बेसाल्ट के संग्रह का पता चला है जो लावा के बहाव का बना हुआ है। उन्होंने कहा कि बेसाल्ट से ग्रेनाइट में रूपांतरण क्‍वार्ट्ज और एक तरह के गुलाबी खनिज फ्लेडस्पार की उपस्थिति को दर्शाता है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, April 10, 2013, 20:38

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