Last Updated: Saturday, October 15, 2011, 17:56
लंदन : शोधकर्ताओं ने एक नए शोध में पाया है कि समुद्र में आसानी से सफर तय करने के लिये डॉल्फिन मानवों की तरह दबाव कम करने वाला गोता लगाने में माहिर होती हैं। इस शोध ने डॉल्फिन के इस व्यवहार संबंधी जीव-विज्ञानियों के विश्वास की पुष्टि कर दी है।
विज्ञान मामलों के प्रतिष्ठित संस्थान रॉयल सोसायटी की तरफ से प्रकाशित होने वाली पत्रिका ‘प्रोसिडिंग्स ऑफ द रॉयल सोसायटी बी’ की रिपोर्ट में कहा गया कि समुद्री मामलों के संस्थान वुड्स होल से जुड़े माइकल मूर के नेतृत्व वाले एक दल ने यह शोध किया है। यह शोध डॉल्फिन की चर्बी के अंदर खोजे गए छोटे बुलबुलों पर आधारित है और इन्हें अल्ट्रासाउंड के द्वारा ढूंढा गया है।
इससे पहले भी कई जीव-विज्ञानियों का मानना था कि काफी गहराई से उपर आते समय गोताखोरों की तरह समुद्री स्तनधारियों को पानी के दबाव को कम करने के लिए जूझना (डीकम्प्रेशन सिक्नेस) नहीं पड़ता है।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, October 16, 2011, 00:49