‘जुगनू’ के प्रक्षेपण की उलटी गिनती शुरू - Zee News हिंदी

‘जुगनू’ के प्रक्षेपण की उलटी गिनती शुरू

नई दिल्ली : पीएसएलवी सी18 के प्रक्षेपण के लिए उल्टी गिनती का काम सोमवार सुबह नौ बजे शुरू हो गया. उल्टी गिनती 50 घंटे तक चलेगी. आईआईटी कानपुर के छात्रों के दल द्वारा तैयार नैनो उपग्रह ‘जुगनू’ का श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण का समय 12 अक्तूबर सुबह 11 बजे निर्धारित किया गया है. प्रक्षेपण के बाद यह उपग्रह अपनी परिधि पर पृथ्वी की 15 बार परिक्रमा करेगा. इससे बाढ़, सूखा, आपदा प्रबंधन और दूरसंचार क्षेत्र से जुड़े विषयों पर सूचनाएं एकत्र करने में मदद मिलेगी.

 

आईआईटी कानपुर के निदेशक एस.जी. धांडे ने बताया, ‘यह आठ सेंटीमीटर चौड़ा और 30 सेंटीमीटर लम्बा सूक्ष्म उपग्रह है जिसके माध्यम से बाढ़, सूखा, आपदा प्रबंधन और दूरसंचार से जुड़े विषयों पर सूचनाएं एकत्र की जा सकेंगी.’

 

उन्होंने कहा कि इतने छोटे उपग्रह को तैयार करना एक बड़ी चुनौती थी जिसे इस संस्थान के करीब 40 छात्रों के दल ने सफलतापूर्वक अंजाम दिया है. धांडे ने कहा कि इस उपग्रह को तैयार करने में सबसे बड़ी चुनौती यह सुनिश्चित करने की थी कि इसे प्रक्षेपण के बाद निर्बाध ढंग से ऊर्जा कैसे प्राप्त हो सके, संचार व्यवस्था की दुरूस्त तरकीब कैसे बने. इसके साथ ही नियंत्रण व्यवस्था का उचित प्रबंध एक अहम विषय था.

 

करीब 2.5 करोड़ रूपये की लागत से तैयार इस उपग्रह के विषय में धांडे ने कहा, ‘इस उपग्रह में माइक्रो इमेजिंग कैमरा लगा है जिससे बाढ़, सूखा और अन्य आपदाओं के बारे में सुस्पष्ट चित्र लिये जा सकें. यह उपग्रह जीपीएस प्रणाली से युक्त है.’ धांडे ने कहा, ‘किसी भी उपग्रह का भार मुख्य रूप से उसके पेलोड पर निर्भर करता है. इसको ध्यान में रखते हुए आईआईटी के छात्रों ने नया कैमरा डिजाइन किया है जिसमें योजनाबद्ध प्रारूप डाला गया है.’

 

उन्होंने कहा कि यह योजना दो वर्ष पहले तैयार की गई थी और 30 से 40 छात्रों ने लगातार इस परियोजना पर काम किया. हमारी शिक्षा प्रणाली में कुछ कमियां हैं और छात्रों को तकनीकी शिक्षा में व्यावहारिक ज्ञान नहीं मिल पाता है. आईआईटी के बच्चों का नौकरी करना ही एकमात्र उद्देश्य नहीं होना चाहिए. इसी को ध्यान में रखते हुए यह परियोजना तैयार की गई थी. (एजेंसी)

First Published: Tuesday, October 11, 2011, 12:39

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