Last Updated: Thursday, August 16, 2012, 18:50
लंदन : वैज्ञानिकों ने एक नए अध्ययन में दावा किया है कि अखरोट खाने से पुरूषों में शुक्राणुओं की संख्या और उसकी गुणवत्ता दोनों बढ़ सकती है। ‘कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय’ के वैज्ञानिकों ने 20 से 30 वर्ष की उम्र सीमा के युवकों के एक समूह को तीन महीने के लिए रोज 75 ग्राम अखरोट खाने को कहा। अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि अखरोट नहीं खाने वाले पुरुषों की तुलना में ऐसा करने वाले पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या में और उसकी गुणवत्ता दोनों में बढ़ोतरी हुई और उनके पिता बनने की संभावनाएं भी बेहतर हुईं।
‘डेली मेल’ की खबर के अनुसार, अनुसंधानकर्ताओं ने अखरोट इसलिए चुना क्योंकि वह ‘अच्छे’ पॉली अनसेचुरेटेड वसा का मुख्य स्रोत है। अखरोट में मछली में पाया जाने वाला ओमेगा-3 और ओमेगा-6 भी पर्याप्त मात्रा में होता है। माना जाता है कि यह दोनों शुक्राणु के विकास और उसकी कार्यप्रणाली के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं लेकिन ज्यादातर पश्चिमी व्यंजनों में इसका अभाव होता है।
प्रत्येक छह में से एक दंपति को गर्भधारण करने में समस्या आती है और ऐसा माना जा रहा है कि इसमें 40 प्रतिशत मामले पुरुष के शुक्राणु के कारण आते हैं। यूसीएलए स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रो. वेंडी रॉबिन्स का कहना है कि अध्ययन में शामिल सभी 117 लोग धूम्रपान नहीं करने वाले स्वस्थ युवा थे। पहले हमें पता नहीं था कि अखरोट का प्रजनन क्षमता पर अच्छा असर होगा या नहीं लेकिन अध्ययन के बाद परिणाम सकारात्मक आए हैं।
अनुसंधानकर्ताओं ने पुरुषों के शुक्राणुओं के तैरने की क्षमता और आनुवंशिक गुणों आदि के बारे में अध्ययन किया। उन्होंने पाया कि अखरोट नहीं खाने वालों के मुकाबले खाने वालों के शुक्राणुओं की तैरने की गति में औसतन तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। हालांकि अभी भी इसे बतौर इलाज अपनाए जाने से पहले और परीक्षणों और अध्ययन की जरूरत है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 16, 2012, 18:50