Last Updated: Tuesday, July 3, 2012, 19:48

तेहरान : ईरान ने खुद पर हमले की सूरत में जवाबी कार्रवाई की क्षमता के लिये किये जा रहे युद्धाभ्यास के तहत आज इस्राइल तक मारक क्षमता वाले बैलास्टिक प्रक्षेपास्त्र का मध्य रेगिस्तान कावीर में परीक्षण किया।
ईरान के अल-आलम टेलीविजन नेटवर्क ने बताया कि रिवोल्यूशनरी गार्ड ने अपने ‘ग्रेट प्रोफेट 7’ युद्धाभ्यास के दूसरे दिन कावीर मरूस्थल में एक छद्म लक्ष्य को मध्यम दूरी की मारक क्षमता वाले शाहाब-तीन मिसाइल से भेदा।
शाहाब-3 की मारक क्षमता 2000 किलोमीटर की है जिसका मतलब है कि यह इस्राइल तक जा सकती है जो तेहरान से करीब 1000 किलोमीटर दूर है।
अल-आलम ने बताया कि कम दूरी तक मारक क्षमता वाली शाहाब-1 और शाहाब-2 भी दागी गयी जिनकी मारक 300 से 500 किलोमीटर दूरी तक है। फार्स संवाद समिति ने बताया कि कावीर मरूस्थल में केवल एक ही लक्ष्य को ईरान के विभिन्न हिस्सों से भेदा गया।
मिसाइल सिस्टम्स की प्रभारी गार्ड्स एयरोस्पेस डिवीजन के प्रमुख अमीर अली हाजीजादा को यह कहते हुए बताया ‘इस अभ्यास में हमने 2000 किलोमीटर तक मारक दूरी वाली मिसाइलों का इस्तेमाल किया लेकिन दूरी केवल 1300 किलोमीटर की रखी गयी।
ईरान हालांकि इससे पहले भी शाहाब प्रक्षेपास्त्रों का प्रायोगिक तौर पर परीक्षण और युद्धाभ्यास करता रहा है लेकिन इस युद्धाभ्यास का मकसद इस्राइल और अमेरिका को संदेश देना है कि वह तेहरान पर हमले से पहले दो बार सोचे।
सरकारी संवाद समिति इरना ने रिवोल्यूशनरी गार्ड्स में दूसरे शीर्ष अधिकारी जनरल हुसैन सलामी के हवाले से कहा ‘इस युद्धाभ्यास का संदेश अपने राष्ट्रीय हितों और बुनियादी मूल्यों की हिफाजत के लिये ईरानी लोगों की प्रतिबद्धता ईच्छाशक्ति और शक्ति का प्रदर्शन है।
उन्होंने कहा, यह उन लोगों के प्रति प्रतिक्रिया है जो ईरानी लोगों के प्रति यह कहते हुए राजनीतिक तौर पर अवमानना करते हैं कि ‘सभी विकल्प खुले हैं’ । उन्होंने कहा कि मिसाइलों का परीक्षण 100 फीसदी सफल रहा। उन्होंने मरूस्थल में बनाये गये एक छद्म सैन्य ठिकाने को निशाना बनाया। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 3, 2012, 19:48