एक इशारे पर प्रदर्शनकारी लोकतंत्र को उखाड़ फेंकते : कादरी

एक इशारे पर प्रदर्शनकारी लोकतंत्र को उखाड़ फेंकते : कादरी

एक इशारे पर प्रदर्शनकारी लोकतंत्र को उखाड़ फेंकते : कादरीइस्लामाबाद : पाकिस्तान में जन्मे कनाडाई मौलवी तहिरुल कादरी ने खुलासा किया कि इस्लामाबाद में हुआ प्रदर्शन उत्साहजनक रहा। उन्होंने दावा किया कि उनके बस एक इशारे भर से प्रदर्शनकारी संसद पर कब्जा जमा लेते। लाहौर में शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कादरी के दिए गए बयान का उल्लेख करते हुए डेली टाइम्स ने लिखा है, `यदि धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों को मैंने संसद पर कब्जा करने का निर्देश दिया होता तो लोकतंत्र देश से विदा हो जाता।`

तहरीक-ए-मिन्हाजुल कुरान के प्रमुख ने कहा कि लाखों लोगों की शिरकत वाले शांतिपूर्ण मार्च ने पूरी दुनिया में एक बड़ा उदाहरण स्थापित किया है। कादरी ने कहा कि 16 जनवरी को प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अभियान चलाने का इंतजाम कर लिया गया था, लेकिन सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई का आदेश मानने से इनकार कर दिया।

पिछले रविवार को लाहौर से मार्च शुरू करने वाले कादरी मंगलवार से राजधानी में प्रदर्शन कर रहे थे। संसद भंग करने की मांग को लेकर तीन दिनों तक राजधानी की घेराबंदी कर पाकिस्तान सरकार को सकते में डालने के बाद कादरी ने सरकार से आम चुनाव के समय पर समझौता किया और शुक्रवार को लाहौर रवाना हो गए। लाहौर पहुंचने के बाद कादरी ने कहा कि यदि सरकार के साथ हुआ समझौता लागू नहीं होता है तो प्रदर्शनकारी कठोर कदम उठाने के लिए बाध्य होंगे। (एजेंसी)

First Published: Sunday, January 20, 2013, 19:17

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