Last Updated: Wednesday, January 25, 2012, 05:51
काहिरा : मिस्र में राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक के 30 साल के शासनकाल को अपदस्थ करने वाली जो क्रांति एक साल पहले शुरू हुई थी, उसकी पहली वषर्गांठ मनाने के लिए मिस्रवासी यहां एकत्र हुए। इस घटना की पहली वषर्गांठ की पूर्व संध्या पर वे लोग यहां अपनी खुशी का इजहार करने के लिए एकत्र हुए।
मिस्र सरकार, देश के सैन्य शासक और सुप्रीम काउंसिल ऑफ आम्र्ड फोर्सेज (एसकाफ) ने क्रांति के दौरान घायल हुए प्रदर्शनकारियों को सरकारी नौकरी देने सहित कई कदम उठाए हैं। क्रांति की पहली वषर्गांठ के दो दिन पहले इन लोगों को मुआवजे की राशि अदा किए जाने, सम्मान का पदक प्रदान करना और 23 जनवरी को पहली बार संसद के सत्र की व्यवस्था करने को अंतिम रूप प्रदान किया गया है।
मिस्र की संसद ने अपने सत्र के दूसरे दिन क्रांति के पीड़ितों के बारे में एक तथ्यान्वेषी समिति गठित करने का फैसला किया और इस वषर्गांठ के मौके पर तहरीर स्कवायर पर एक मिशन भेजा, ताकि क्रांतिकारियों को यह आश्वासन दिया जा सके कि क्रांति का लक्ष्य हासिल हो जाएगा। एसकाफ के प्रमुख फिल्ड मार्शल हुसैन तंतावी ने आपातकाल की समाप्ति पर टीवी पर प्रसारित एक भाषण में कल दोपहर इस बारे में घोषणा की। गौरतलब है कि मुबारक के सत्ता में आने के बाद से 1981 से मिस्र में आपातकाल लगा हुआ था।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 25, 2012, 16:32