Last Updated: Monday, December 5, 2011, 08:36
डरबन : दक्षिण अफ्रीका के
डरबन में
जलवायु वार्ता के दूसरे हफ्ते में पर्यावरण मंत्री जयंती नटराजन भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगी जो कार्बन उत्सर्जन में कटौती और कानूनी प्रतिबद्धताओं के कारण रुकी हुई है। वार्ता के पहले हफ्ते में कार्बन उत्सर्जन में कटौती और ग्रीन क्लाइमेट फंड जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर कोई सफलता नहीं मिली।
ग्रीन क्लाइमेट फंड के तहत वर्ष 2020 से जलवायु परिवर्तन से लड़ने की खातिर विकासशील देशों को प्रति वर्ष एक अरब डॉलर की राशि मुहैया कराने का प्रस्ताव है। यूरोपीय संघ, अमेरिका और विकासशील देश अपने पहले के रुख पर अड़े हुए हैं। जलवायु परिवर्तन पर एकमात्र कानूनी संधि क्योटो प्रोटोकॉल अधर में लटकी है।
194 देशों के वार्ताकारों को पृथ्वी का तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने से रोकने के उपायों पर निर्णय करना है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, December 5, 2011, 14:06