Last Updated: Tuesday, October 18, 2011, 08:38
यरूशलम : इजरायल के बंधक सैनिक गिलाड शालित की पांच साल की अग्निपरीक्षा समाप्त हो गई और बंधक बनाने वाले हमास के उग्रवादियों ने शालित को मिस्र के अधिकारियों को सौंप दिया। शालित को कैदियों की अदला-बदली के एक समझौते के तहत स्थानीय समयानुसार सुबह करीब आठ बजे मिस्र की हिरासत में भेजा गया। समझौते के तहत इसके बदले में इजरायल ने भी मंगलवार सुबह 477 फलस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया है।
इजरायल तथा चरमपंथी फलस्तीनी संगठन के बीच कैदियों की अदला-बदली का यह पहला ऐतिहासिक समझौता रफाह क्रासिंग में हुआ। सशस्त्र जवानों से भरा एक एसयूवी वाहन शालित को लेकर सिनाई से गाजा पहुंचा। मिस्र के अधिकारियों के हवाले से टीवी चैनलों ने कहा, ‘हमास ने शालित को मिस्र भेज दिया है और एक इजरायली डॉक्टर उसकी सेहत की पड़ताल कर रहे हैं।’ अधिकारियों के अनुसार इजरायली बंदियों को आज बाद में इजरायल भेजा जाएगा।
पिछले हफ्ते हुए समझौते के तहत 1,027 फलस्तीनी बंदियों की रिहाई होनी है। शालित की रिहाई के साथ ही 477 बंदियों के पहले जत्थे को लेकर बसें गाजा तथा वेस्ट बैंक के लिए रवाना हुईं। मिस्र के टीवी चैनलों पर दिखाई जा रहीं तस्वीरों में फलस्तीनी कैदियों के परिवारों को सीमा पर उत्साहित और खुशी के मूड में झंडे लहराते दिखाया गया है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 19, 2011, 11:41