Last Updated: Saturday, June 15, 2013, 18:09

इस्लामाबाद : एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में मुंबई आतंकी हमले में शामिल होने के आरोपी सात पाकिस्तानी नागरिकों की सुनवाई रावलपिंडी की एक अदालत से आज यहां राजधानी की एक नयी आतंकवाद विरोधी अदालत स्थानांतरित कर दी गयी। इन आरोपियों में लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर जकीउर रहमान लखवी भी शामिल है।
सूत्रों ने कहा कि रावलपिंडी स्थित आतंकवाद विरोधी अदालत के न्यायाधीश चौधरी हबीब-उर-रहमान ने अभियोजन के अनुरोध को स्वीकार कर लिया कि इस मामले को इस्लामाबाद में न्यायाधीश कौसर अब्बास जैदी की आतंकवाद विरोधी अदालत में स्थानांतरित कर दिया जाए।
न्यायाधीश जैदी की अदालत हाल ही में आतंकवाद विरोधी कानून के तहत पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के खिलाफ एक मामले की सुनवाई के लिए गठित की गयी थी।
उस समय तक इस्लामाबाद में कोई आतंकवाद विरोधी अदालत नहीं थी और ऐसे सभी मामलों की सुनवाई रावलपिंडी की अदालतों में होती थीं। कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि इस्लामाबाद की अदालत में नए सिरे से कार्यवाही शुरू होगी और न्यायाधीश को मामले के ब्यौरे से अवगत होने में कुछ समय लगेगा। सरकार ने अभी तक संघीय जांच एजेंसी के चौधरी जुल्फिकार अली के स्थान पर कोई नया अभियोजक नहीं नियुक्त किया है। अली की तीन मई को इस्लामाबाद में हत्या कर दी गयी थी।
मुंबई आतंकी हमलों से जुड़े मामले के साथ ही अली बेनजीर भुट्टो हत्या मामला भी देख रहे थे। इस्लामाबाद पुलिस ने अली की हत्या के मामले में एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया है जिसके संबंध तालिबान से हैं।
रावलपिंडी की आतंकवाद विरोधी अदालत 2009 से ही मुंबई आतंकी हमलों से जुड़े मामले की सुनवाई कर रही है हालांकि इस दौरान पांच बार न्यायाधीश बदल चुके हैं। पाकिस्तान के सात संदिग्धों पर नवंबर 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले की योजना बनाने, उसका वित्तपोषण करने और हमले को अंजाम देने का आरोप है। उस हमले में 166 लोगों की मौत हो गयी थी। (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 15, 2013, 18:09