Last Updated: Monday, August 19, 2013, 18:50
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के कई हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ से कम से कम 110 लोग मारे गए और तीन लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। देश के आपादा प्रबंधन प्राधिकरण ने आज यह जानकारी दी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सप्ताहांत में सियालकोट जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और पंजाब सरकार को पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अध्यक्ष को, बाढ़ से सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए इलाकों का दौरा करने और लोगों को आपात राहत उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
एनडीएमए ने कहा कि मूसलाधार बारिश और बाढ़ से 2400 उपमंडल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और करीब 2650 आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं। मारे गए लोगों में 30 पंजाब से, 24 खबर-पख्तूनख्वा, 22 सिंध से, 16 बलूचिस्तान से, 12 संघीय प्रशासित कबाइली इलाकों से जबकि अन्य पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से हैं। बारिश और बाढ़ से देश भर में करीब 113 लोग घायल भी हुए जबकि 770 गांव प्रभावित हुए हैं। चेनाब नदी में भारी बाढ़ की वजह से पंजाब के चिनोट इलाके में 104 और गांवों को सतर्क कर दिया गया है।
सतलुज नदी में बढ़ते पानी की वजह से वेहारी जिले के पांच उपमंडलों को भी सर्तक कर दिया गया है। एनडीएमए ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए 44 राहत शिविर लगाए हैं। सेना प्रभावित इलाकों के लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने में मदद कर रही है और उन्हें भोजन, पानी और दवाइयां उपलब्ध करा रही है।
बारिश की वजह से शहरी इलाकों में भी समस्याएं आ रही हैं। कराची, लाहौर और रावलपिंडी जैसे बड़े शहर भी बाढ़ का सामना कर रहे हैं। कराची में पिछले हफ्ते हुई भारी बारिश से व्यापक क्षति हुई और करीब दो दर्जन लोग मारे गए। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश होने का अनुमान लगाया है। पाकिस्तान ने अब तक अंतरराष्ट्रीय राहत के लिए किसी तरह की अपील नहीं की है। इससे पहले वर्ष 2010 में पाकिस्तान में अब तक की सबसे विनाशकारी बाढ़ में 1800 से अधिक लोग मारे गए थे। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 19, 2013, 18:50