Last Updated: Thursday, January 10, 2013, 08:17

पेरिस : पाकिस्तानी कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई के पिता ने फ्रांस की ओर से बेटी को मिल रहे सम्मान को स्वीकार करते हुए कहा कि तालिबान को शांतिवार्ता स्वीकार कर लेना चाहिए क्योंकि वे हार गए हैं ।
महिलाओं की शिक्षा के लिए आवाज उठाने के कारण पिछले वर्ष तालिबान ने पाकिस्तानी की स्वात घाटी में मलाला पर गोलियां चलाई थीं । मलाला को सिर में गोली मारी थी ।
बेटी की ओर से ‘सिमोन द बुआर प्राइज’ स्वीकार करते हुए जियाउद्दीन यूसुफजई ने कहा कि पूरी दुनिया और अल्लाह ने उनकी बेटी का समर्थन किया है । फ्रांस में यह सम्मान महिलाओं की आजादी के लिए काम करने वालों को दिया जाता है ।
उन्होंने कहा कि वह गिरी लेकिन पाकिस्तान खड़ा हो गया । और पूरी दुनिया उत्तरी, दक्षिण, पूरब, पश्चिम सबने उसका समर्थन किया । अल्लाह ने उसे बचाया और मानवता और शिक्षा को बचाया ।’’ उन्होंने कहा कि तालिबान को अब इस घटना से सीख लेनी चाहिए ।
पाकिस्तान की जनता की ओर इंगित करते हुए यूसुफजई ने कहा कि उन्हें बातचीत, शांति और मानवता के लिए आगे आना चाहिए । उन्होंने कहा कि अगर वे अपनी इच्छाएं थोपना चाहते हैं तो उन्हें 18 करोड़ लोगों की हत्या करनी होगी और यह असंभव है । (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 10, 2013, 08:17