मर्केल ने बनाई जीत की हैट्रिक, गठबंधन सरकार बनाने में जुटी

मर्केल ने बनाई जीत की हैट्रिक, गठबंधन सरकार बनाने में जुटी

बर्लिन : जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने संसदीय चुनाव जीत की हैट्रिक बनाई है, हालांकि उनकी पार्टी पूर्ण बहुमत तक पहुंचने में कामयाब नहीं हो पाई। मर्केल अब गठबंधन सरकार के गठन की कोशिशों में जुट गई हैं। मर्केल के नेतृत्व वाले क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (सीडीयू) तथा बवेरियाई सहयोगी पार्टी क्रिश्चिन सोशल यूनियन (सीएसयू) संसद के निचले सदन ‘बुंडेसटैग’ में पूर्ण बहुमत हासिल करने में महज चार सीटों से चूक गई। हालांकि यह रूढ़िवादियों का अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है।

आधिकारिक नतीजों के मुताबिक, दोनों दलों ने एक साथ कुल 41.7 फीसद वोट हासिल करते हुए निचले सदन की 311 सीटों पर जीत हासिल की है। इस चुनाव में उन्हें पिछली बार की तुलना में आठ फीसदी अधिक वोट मिले हैं।

द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद वर्ष 1957 में चांसलर कोनराड एडेनुअर के नेतृत्व में सीडीयू ने देश में एक बार पूर्ण बहुमत हासिल किया था। वहीं देश का तीसरी बार नेतृत्व करने जा रही मर्केल द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाली मात्र तीसरी नेता होंगी।

इस चुनावी परिणाम को यूरो जोन कर्ज संकट के दौरान 59 वर्षीय मर्केल के नेतृत्व और सरकार की नीतियों के प्रति भारी समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है, जिसने देश में आर्थिक स्थिरता बनाए रखने, बेरोजगारी दर को कम बनाए रखने और यूरोपीय संघ के दूसरे साझेदारों की तुलना में देश में उच्च जीवन स्तर बनाए रखने में योगदान दिया।

जीत के बाद मर्केल ने कहा कि वह गठबंधन सरकार बनाने के लिए अपने मध्य-वाम विरोधी दलों के साथ बातचीत को तैयार हैं। उन्होंने कहा, हम बातचीत के लिए तैयार हैं। मैंने पहले एसपीडी के प्रमुख से संपर्क साधा है। मर्केल ने ग्रीन पार्टी के साथ गठबंधन की संभावना को खारिज नहीं किया है। उन्होंने इन नतीजों को उनकी सरकार और पार्टी की नीतियों को मिला ‘भारी समर्थन’ करार दिया है।

मर्केल ने बर्लिन स्थित पार्टी मुख्यालय में मौजूद अपने प्रफुल्लित समर्थकों से कहा, यह सीडीयू को मिली भारी जीत है। मर्केल की पूर्ववर्ती सरकार में गठबंधन सहयोगी रही फ्री डेमोक्रेटिक पार्टी (एफडीपी) को इस चुनाव में मिली भारी शिकस्त का भी सीडीयू की जीत में योगदान रहा। यह उदारवादी दल संसदीय प्रतिनिधित्व के लिए आवश्यक पांच फीसद मत भी हासिल नहीं कर सकी।

एफडीपी के अध्यक्ष फिलिप रोएसलर ने पार्टी की ‘निराशाजनक हार’ की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी नेतृत्व से इस्तीफे का संकेत दिया है। अपने ‘पसंदीदा सहयोगी’ एफडीपी के बुंडेसटैग में प्रतिनिधित्व से वंचित होने के कारण मर्केल को अब एक नए गठबंधन साझेदार की तलाश है और ऐसे में विपक्षी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी :एसपीडी: के साथ उनके ‘विशाल गठबंधन’ की संभावना है। वर्ष 2009 की तुलना में सोशल डेमोकेट्र्स को इस बार 2.6 फीसद अधिक वोट मिले हैं और 25.6 फीसद वोटों के साथ वह बुंडेसटैग में 192 सीटें जीतने में कामयाब रही है। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, September 24, 2013, 00:27

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