Last Updated: Friday, April 12, 2013, 18:20
भारत और जर्मनी ने कई अनसुलझे मुद्दों के बावजूद बहुप्रतीक्षित भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को इसी साल अंतिम रूप देने पर सहमति जताई है। दूसरी ओर भाजपा ने इसे ‘बहुत विवादास्पद’ कदम करार देते हुए देश के महत्वपूर्ण हितों से जुड़े समझौतों पर संसद का अनुमोदन अनिवार्य करने की मांग की है।