Last Updated: Monday, October 10, 2011, 04:35
काहिरा: मिस्र के सैन्य शासक ने काहिरा के तहरीर इलाके में कर्फ्यू लगा दिया है. यहां एक चर्च पर हुए हमले का विरोध कर रहे इसाइयों की सुरक्षा बलों के साथ हुई झड़पों में तीन सैनिकों सहित कम से कम 25 लोग मारे गए और 170 से अधिक घायल हो गए.
मध्य काहिरा में लोगों ने सैन्य शासन के विरोध में प्रदर्शन किया. इलाके में विशेष बल तैनात किया गया है. जब पुलिस ने कर्फ्यू से पहले प्रदर्शनकारियों से वहां से चले जाने के लिए कहा.
देश में सत्तारूढ़ सशस्त्र बलों की सर्वोच्च परिषद के अध्यक्ष फील्ड मार्शल हुसैन तन्तावी सैन्य अदालतों में नागरिकों को पेश किए जाने पर रोक लगा चुके हैं. सैन्य कानूनों के मुताबिक केवल कुछ मामलों को अपवाद माना गया है. रविवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों के खिलाफ सैन्य अदालत में सुनवाई हो सकती है क्योंकि इन लोगों ने सैन्य बलों पर हमला किया था.
मिस्र के अन्य शहरों में प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा. अलेग्जेंड्रिया में बड़ी संख्या में इसाइयों ने एक सैन्य इलाके को घेरा और वाहनों को आग लगा दी. इसाइयों ने यह प्रदर्शन पिछले सप्ताह की घटना पर आपत्ति जताते हुए किया था. पिछले सप्ताह आस्वान स्थित इदफू में मुसलमानों ने एक इमारत पर हमला कर दिया था. उनका दावा था कि इसाई इस इमारत को चर्च में तब्दील कर रहे हैं और इसके लिए उन्होंने जरूरी अनुमति भी नहीं ली.
आस्वान के गवर्नर ने कहा कि आधिकारिक निकायों से अनुमति के लिए कोई अनुरोध नहीं किया गया था. इसके जवाब में इसाइयों ने समाचार पत्रों में परमिट की वह प्रतियां प्रकाशित करवाईं जिन पर खुद गवर्नर के हस्ताक्षर थे.
इस पर गवर्नर ने माफी नहीं मांगी लेकिन कहा कि जब उन्होंने दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए थे, तब वह बेहद थके हुए थे इसलिए उन्हें कुछ याद नहीं आया. इसाइयों ने पूरे सप्ताह रैलियों का आयोजन किया. माना जा रहा है कि दूसरे देशों में भी इसाई ऐसी रैलियों का आयोजन करेंगे.
(एजेंसी)
First Published: Monday, October 10, 2011, 10:08