Last Updated: Friday, June 22, 2012, 22:03
काहिरा : मिस्र की सत्तारूढ़ सैन्य परिषद् ने शुक्रवार को संसद बहाल करने की मांग खारिज करते हुए इस्लामवादियों पर राष्ट्रपति चुनावों के गलत परिणाम घोषित करके तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया। मिस्र की संसद में मुस्लिम ब्रदरहुड का बहुमत है।
सेना का यह बयान तहरीर चौक पर जमा हजारों लोगों के प्रदर्शन के बाद आया है। वे लोग अगले नेता को उसके अधिकारों से वंचित करके अंतरिम सरकार द्वारा सत्ता हथियाने की कोशिशों का विरोध करने के लिए जमा हुए थे।
प्रदर्शनकारियों ने मुस्लिम ब्रदरहुड के राष्ट्रपति उम्मीदवार मोहम्मद मोरसी के समर्थन में रैली निकाली और अधिकारियों से पिछले सप्ताह हुए चुनावों का विस्तृत परिणाम जारी करने को कहा ।
सुप्रीम काउंसिल ऑफ आर्म्ड फोर्सेज (एससीएएफ) ने एक बयान में कहा, आधिकारिक बयान से पहले राष्ट्रपति चुनावों के परिणाम की घोषणा असंगत है और यह राजनीतिक पटल पर चल रहे बंटवारे की स्थिति और भ्रम के पीछे का कारण भी है। (एजेंसी)
First Published: Friday, June 22, 2012, 22:03