Last Updated: Monday, June 18, 2012, 11:46

काहिरा: मिस्र के उदारपंथी इस्लामी दल ‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ ने राष्ट्रपति चुनाव में आज जीत का दावा किया और आधुनिक लोकतांत्रिक देश के निर्माण का वायदा किया, लेकिन विधायी शक्तियों का नियंत्रण सेना के हाथ में होने के कारण ऐतिहासिक चुनाव पर अनिश्चितता के बादल छाए हैं ।
राष्ट्रपति पद के रनऑफ चुनाव के लिए मतदान के चंद घंटे बाद मुस्लिम बद्ररहुड के मुहम्मद मुर्सी ने वायु सेना के अधिकारी एवं होस्नी मुबारक शासन के अंतिम प्रधानमंत्री अहमद शफीक पर जीत हासिल करने की घोषणा की ।
ब्रदरहुड के मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मुर्सी ने मुबारक को अपदस्थ करने वाली क्रांति के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और वायदा किया कि बदले की कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी ।
मुर्सी ने ऐसे देश के निर्माण का संकल्प लिया जहां असैन्य सरकार का शासन होगा । उन्होंने उनके पक्ष में मतदान करने वालों तथा साथ में उन लोगों का भी शुक्रिया अदा किया जिन्होंने उनके पक्ष में मतदान नहीं किया ।
समर्थकों द्वारा राष्ट्र गान गाए जाने के बीच उन्होंने कहा, ‘हम एक संविधान के साथ लोकतांत्रिक एवं आधुनिक राष्ट्र के निर्माण का वायदा करते हैं ।’ दूसरी ओर, शफीक के खेमे ने मुर्सी के दावों का तत्काल खंडन किया और पहले से ही जीत की घोषणा करने के लिए ब्रदरहुड की निन्दा की ।
शफीक खेमे के प्रवक्ता यासिर मकारीम ने ब्रदरहुड पर चुनाव परिणामों में हेराफरी का आरोप लगाया और कहा कि 11 प्रतिशत मतों की गिनती होनी अभी बाकी है । उन्होंने यह भी दावा किया कि शफीक 51 से 49 प्रतिशत मतों से आगे हैं। चुनाव परिणाम की आधिकारिक घोषणा इस हफ्ते के अंत में की जाएगी । (एजेंसी)
First Published: Monday, June 18, 2012, 11:46