लापता कनाडाई-भारतीय महिला की पाक में हत्या

लापता कनाडाई-भारतीय महिला की पाक में हत्या

लाहौर : पाकिस्तान में लापता हुई भारतीय मूल की कनाडाई महिला की उसके एक देनदार ने हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया है। महिला भारत के पंजाब राज्य के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की दूर की रिश्तेदार थी। पिछले वर्ष अगस्त में लापता हुई इस महिला के मामले की जांच कर रही पाकिस्तानी पुलिस ने उसकी हत्या के संबंध में आज अदालत को जानकारी दी ।

पुलिस ने अदालत को बताया कि उसने आरोपी व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल को लिखा है। आरोपी पाकिस्तानी मूल का जर्मन नागरिक है जो घटना के बाद भागकर जर्मनी चला गया।

महिला राजविन्दर कौर गिल के लापता होने के इस मामले को सुखबीर ने अपने पाकिस्तान दौरे पर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ के समझ उठाया था। राजविन्दर के पिता ने सुखबीर से इस संबंध में मदद मांगी थी।

पाकिस्तानी पुलिस ने आज अदालत को बताया कि अगस्त में लापता हुई गिल की शहर पहुंचने के तुरंत बाद हत्या कर दी गई थी। शहर के पुलिस प्रमुख असलम तरीन ने यह बातें आज लाहौर उच्च न्यायालय को बतायीं। उच्च न्यायालय ने राजविन्दर के पिता सिकन्दर सिंह गिल की शिकायत पर इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट तलब की थी।

जब तरीन ने अदालत को राजविन्दर की हत्या के बारे में बताया तो उनके पिता को दिल बैठ गया। तरीन ने कहा कि पुलिस ने एक संदिग्ध हाफिज शहजाद हुसैन को गिरफ्तार किया था। उसने स्वीकार किया कि पाकिस्तानी मूल के जर्मन नागरिक व उसके रिश्तेदार शहिद गजान्फर के साथ मिलकर उसने राजविन्दर की हत्या कर दी।

पुलिस को अभी तक राजविन्दर का शव नहीं मिला है। हालांकि हुसैन से मिली जानकारी के आधार पर वे शव की तलाश कर रहे हैं। तरीन ने कहा, मुख्य आरोपी शाहिद गजान्फर जर्मनी भाग गया है और हमने उसकी गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल को लिखा है।

आंखों में आंसू लिए राजविन्दर के पिता सिकन्दर गिल ने अदालत से बाहर संवाददाताओं से कहा कि वे पाकिस्तान की अदालत से न्याय चाहते हैं । उन्होंने कहा, ‘‘जबतक मेरी बेटी का शव मुझे नहीं मिलता मैं वापस (कनाडा) नहीं जाउंगा ’’ मामले की सुनवायी कर रहे न्यायमूर्ति सरदार तारक मसूद ने मामले की सुनवायी को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया है । उन्होंने तरीन को इस मामले में आरोपपत्र दाखिल करने का निर्देश दिया है।

30-35 वर्ष की राजविन्दर पिछले वर्ष 25 अगस्त को लाहौर पहुंची थी। रत्नों का व्यापार करने वाली राजविन्दर को एक हीरा प्रदर्शनी में शामिल होना था। उनके पिता ने पहले कहा था कि ज्यूरिख के एक बैंक में नौकरी मिलने के बाद राजविन्दर कनाडा से स्विटजरलैंड चली गई थी।

हाफिज शहजाद हुसैन ने पुलिस को दिए इकबालिया बयान में कहा कि उनका रिश्तेदार शाहिद गजान्फर और राजविन्दर एक-दूसरे को लंबे समय से जानते थे। उसने बताया कि शहिद ने राजविन्दर से कुछ धन उधार लिया था और उसके लाहौर पहुंचने पर राशि लौटाने का वादा किया था।

हुसैन ने पुलिस से कहा, राजविन्दर की हत्या करने में मदद करने पर शाहिद ने मुझे कुछ धन देने का वादा किया था। मैं मान गया। 25 अगस्त को हम उसे लेने लाहौर हवाईअड्डा गए। उसने बताया, वह कुछ दिनों तक एक होटल में रूकी। उसके बाद एक स्थानीय व्यापारी के साथ हीरों का सौदा कराने के बहाने हम उसे वहां से लाहौर से करीब 40 किलोमीटर दूर शेखूपुरा ले गए। रास्ते में शाहिद ने उसे नशा युक्त चाय पीने को दी। जब उसने अपना होश खो दिया तो शादिन ने रस्सी से उसका गला घोंट दिया। हमने उसके शव को लाहौर-शेखूपुरा रोड पर नहर में फेंक दिया। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, January 2, 2013, 19:59

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