Last Updated: Saturday, December 10, 2011, 16:45
दमिश्क : सीरिया में प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षाबलों की गोलीबारी में मरने वालों की संख्या बढ़ने के साथ ही पर्यवेक्षकों को निगरानी की इजाजत देने को लेकर सीरियाई प्रशासन पर वैश्विक दबाव बढ़ गया है।
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का दावा है कि सीरियाई सुरक्षा बलों की कार्रवाई में शुक्रवार को पूरे सीरिया में 41 नागरिक मारे गए। विपक्ष ने पहले ही आगाह किया था कि असद प्रशासन विरोध प्रदर्शनों का केंद्र रहे होम्स शहर में ‘नरसंहार’ की योजना बना रहा है।
विपक्षी संगठन ‘सीरियन रिवोल्यूशन-2011’ ने फेसबुक पर जारी एक सदेंश में कहा, ‘दुनिया आज मानवाधिकार दिवस मना रही है और सीरिया में मानवाधिकार का उल्लंघन हो रहा है।’ संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त नवी पिल्ल का कहना है कि सीरिया शासन की कार्रवाई में अब तक कम से कम 4,000 लोग मारे गए हैं। सीरिया में मार्च के महीने से सत्ता विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं।
‘सीरियन आब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने कहा कि 10 नागरिक होम्स में मारे गए हैं। पांच की मौत दमिश्क के नजदीक हुई और दो लोग दरा शहर में मारे गए। चार लोगों की मौत हामा और दो लोगों की मौत उत्तर पश्चिमी प्रांत इडलिब में हुई। कई और स्थानों पर भी लोग मारे गए हैं। ब्रिटेन स्थित ऑब्जर्वेटरी ने होम्स शहर को ‘शहीदों की राजधानी’ करार दिया और कहा कि सुरक्षाबलों द्वारा कल मारे गए 10 लोगों में 10 और 12 साल की उम्र के दो बच्चे भी शामिल हैं ।
उधर, सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद द्वारा यह कहे जाने पर कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसक कार्रवाई का आदेश उन्होंने नहीं दिया संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कहा है कि वह ‘विश्वास नहीं कर सकते’ कि पिछले नौ महीनों में करीब चार हजार नागरिकों की मौत के लिए असद जिम्मेदार नहीं हैं।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, December 10, 2011, 22:52