Last Updated: Thursday, September 6, 2012, 00:01
ब्रसेल्स : नाटो प्रमुख आंद्रेस फाग रासमुसेन ने लगातार बढ़ रहे आतंरिक हमलों पर अपनी चिंता को राष्ट्रपति हामिद करजई से बांटी। नाटो की प्रवक्ता कैमरन रोमेरो ने कहा कि फोन पर हुई बातचीत में रासमुसेन ने अफगानिस्तान के सैनिकों द्वारा नाटो सैनिकों पर किए जा रहे हमलों के बारे में राष्ट्रपति करजई से चिंता व्यक्त की।
इस वर्ष हुए इस तरह के हमलों में अभी तक नाटो के कम से कम 45 सैनिक मारे गए हैं। मरने वाले सैनिकों में ज्यादातर अमेरिकी हैं। वर्ष 2012 में अभी तक इस तरह की करीब 30 घटनाएं हो चुकी हैं। रोमेरो ने कहा कि रासमुसेन ने नाटो द्वारा बचाव में उठाए गए कदमों के बारे में राष्ट्रपति को बताया और उनसे ऐसे काम में सहयोग देने और शामिल होने को कहा।
उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति करजई ने महासचिव को आश्वासन दिया है वह इन हमलों को रोकने के लिए जो कुछ भी कर सकते थे कर रहे हैं।’ इससे पहले अफगानिस्तान ने आज कहा कि नाटो सैनिकों पर हमलों के मामले में उसने सैकड़ों अफगान सैनिकों को गिरफ्तार किया है या फिर बर्खास्त कर दिया है।
अफगानिस्तान ने यह कदम सैनिकों द्वारा नाटो सदस्यों पर गोलीबारी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए उठाया है। इन घटनाओं से पश्चिमी देशों की सेना हटाने की योजना में समस्या आने की आशंका है। आधुनिक युद्ध में इस तरह के हमले अभूतपूर्व हैं। अफगान सैनिकों ने इस वर्ष अभी तक 30 बार नाटो सैनिकों पर गोलियां चलाई हैं। इन घटनाओं में कम से कम 45 विदेशी सैनिक मारे गए हैं जिनमें से ज्यादातर अमेरिकी थे।
अमेरिकी अधिकारियों ने लगातार बढ़ रही इन घटनाओं पर चिंता जताया है। अमेरिका के रक्षा मंत्री लियोन पनेटा ने पिछले महीने राष्ट्रपति हामिद करजई से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था। अफगान रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जनरल जहीर आजमी ने आज कहा, ‘अभी तक सैकड़ों सैनिकों को गिरफ्तार किया गया है या फिर उन्हें सेना से निकाल दिया गया है।’ जनरल आजमी ने कहा, ‘हमें कुछ लोगों के खिलाफ सबूत मिले हैं और कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, September 6, 2012, 00:01