Last Updated: Friday, February 22, 2013, 17:07
आंतकवाद और अमन-चैन की जंग में हैदराबाद जैसे दोहरे धमाके आगे नहीं होंगे, कहने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि जंग में कुछ भी नाज़ायज नहीं है। शत्रु खुले तौर पर चुनौती देता आ रहा है और दुनिया की कोई सरकार उसे हमेशा के लिए कुचल देने का दावा नहीं कर सकती।