Last Updated: Friday, February 1, 2013, 12:05

वाशिंगटन : भारत की ‘पूर्वोन्मुखी नीति’ की सराहना करते हुए निवर्तमान अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि अमेरिका एशिया प्रशांत क्षेत्र से जुड़ने के नयी दिल्ली के कदम का समर्थन करता है।
हिलेरी ने वाशिंगटन स्थित थिंक टैंक ‘काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस’ (सीएफआर) में विदेश मंत्री के रूप में विदेश नीति पर अपने अंतिम भाषण में कहा कि हमने भारत की ‘पूर्वोन्मुखी’ नीति को प्रोत्साहित किया है क्योंकि यह एक और बड़े लोकतंत्र के एशिया प्रशांत क्षेत्र से जुड़ने का रास्ता है। एशिया प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका के विस्तारित होते संबंधों के उल्लेख में हिलेरी ने भारत के बारे में सिर्फ इतना ही जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि अब, ज्यादा ध्यान क्षेत्र में हमारे सैनय कदमों पर केंद्रित किया गया है। और निश्चित तौर पर हमारे बलों की स्थिति हमारी समग्र रणनीति का महत्वपूर्ण मुद्दा है। हिलेरी ने कहा कि इसी तरह नए आर्थिक और सुरक्षा प्रबंधों के जरिए अपने गठबंधन को मजबूत करना भी महत्वपूर्ण मुद्दा है। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 1, 2013, 12:05