`1984 के सिख विरोधी हिंसा को `नरसंहार` का नाम दें`

`1984 के सिख विरोधी हिंसा को `नरसंहार` का नाम दें`

वाशिंगटन : वर्ष 1984 में सिखों के खिलाफ हुई संगठित हिंसा को `नरसंहार` नाम देने के लिए अमेरिका में 46,000 हजार हस्ताक्षर ओबामा प्रशासन को सौंपे गए हैं। इनमें से 29,000 ऑनलाइन हस्ताक्षर हैं। मानवाधिकार अधिकार समूह `सिख्स फॉर जस्टिस` (एसएफजे ) ने कहा कि सिख नरसंहार याचिका के समर्थन में एक फरवरी को कैपिटल हिल की ओर प्रस्थान करेंगे।

समूह की ओर से जारी बयान में उम्मीद जताई गई है कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय का लोकतांत्रिक, मानवाधिकार तथा श्रम ब्यूरो सिख नरसंहार याचिका को गम्भीरता से लेगा, जो अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उल्लंघन तथा मानवता के खिलाफ अपराधों से निपटता है। एसएफजे ने सहायक विदेश मंत्री माइकल पोजनर को सौंपी अपनी याचिका के समर्थन में `1984, हां यह नरसंहार है` रिपोर्ट भी पेश की।

करीब 300 पृष्ठों की रिपोर्ट में इस बात के सबूत पेश किए गए हैं कि नवंबर 1984 के दौरान भारत के जिन 19 राज्यों में कांग्रेस सत्ता में थी, वहां सिख बड़ी संख्या में मारे गए और कांग्रेस नेताओं ने सिख समुदाय के खिलाफ संगठित हिंसा भड़काने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। (एजेंसी)

First Published: Thursday, December 20, 2012, 15:01

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