Last Updated: Sunday, March 17, 2013, 13:25
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली : रामलीला मैदान में रविवार को जनता दल-यूनाइटेड की अधिकार रैली को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के कारणों का उल्लेख करते हुए कहा कि बिहार को विकास करने का हक है।
नीतीश ने पूछा आखिर बिहार के लोग दिल्ली में आकर क्यों रहने के लिए मजबूर हैं। बिहार कभी शासन का केंद्र होता था। दुनिया का पहला विश्वविद्यालय नालंदा बिहार में था। आज रोजगार के लिए बिहार के लोगों को दिल्ली सहित अन्य जगहों पर जाना पड़ता है। देश के विकास में बिहार का योगदान रहा है।
उन्होंने कहा, ‘इतिहास के हर दौर में बिहार का योगदान रहा है। देश की आजादी की लड़ाई में भी बिहार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।’
नीतीश ने पूछा कि बिहार के विकास के लिए क्या केंद्र सरकार का दायित्व नहीं बनता है। क्या बिहार के विकास के लिए केंद्र सरकार को योगदान नहीं करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘विकास का अधिकार हमारा भी अधिकार है। विशेष दर्जा देने के लिए हम भीख नहीं मांग रहे हैं, बल्कि यह हमारा हक है।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में न तो उद्योग हैं और न संस्थान तो ऐसे में वहां के लोग क्या करें। विकास की नीतियां हमारे खिलाफ बनाई गईं।
नीतीश ने कहा, ‘सरकार हमारी यदि मदद करे तो हम ऐसा विकास करेंगे कि बिहारी कहलाना अपमान की बात नहीं बल्कि शान की बात होगी।’
नीतीश कुमार से पहले रैली को संबोधित करते हुए जद-यू नेता शरद यादव ने कहा कि केंद्र सरकार को बिहार को विशेष दर्जा की मांग माननी होगी। विशेष दर्जे के लिए सबसे ज्यादा मेहनत नीतीश कुमार ने की है।
First Published: Sunday, March 17, 2013, 13:25