अन्ना के निशाने पर फिर राहुल, पीएम - Zee News हिंदी

अन्ना के निशाने पर फिर राहुल, पीएम



दिल्ली : सशक्त लोकपाल की मांग को लेकर एक दिन के अनशन पर बैठे अन्ना हजारे ने कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी पर फिर से हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री बनने के लिए राहुल को बहुत कुछ करना होगा और एक दिन झोपड़ी में रहना पर्याप्त नहीं है।

 

उन्होंने प्रधानमंत्री को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि वह फैसले करने में सक्षम नहीं हैं और कोई उनकी नहीं सुनता। वह प्रधानमंत्री हैं लेकिन तीन चार अन्य लोग भी अपने को प्रधानमंत्री मानते हैं। जंतर मंतर पर आयोजित अनशन के दौरान अन्ना ने कहा, राहुल गांधी से मेरा कोई झगड़ा नहीं है। अगर वह प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं तो उन्हें इसके लिए बहुत कुछ करना होगा। एक दिन झोपड़ी में रहना ही काफी नहीं है। संसद की स्थायी समिति पर राहुल की ओर से दबाव बनाने संबंधी आरोप लगाने के बाद अन्ना ने फिर कांग्रेस महासचिव का नाम लिए बिना यह बात दोहराई।

 

उन्होंने कहा, लोकपाल में जनता की मांगें शामिल नहीं की गई, जबकि इसके लिए पूरी संसद ने रजामंदी दी थी। ऐसे में सवाल है कि किसके दबाव में फैसला किया गया? इसका मतलब यही है कि एक ही व्यक्ति है, जो सरकार पर दबाव बना सकता है। अन्ना ने इसी साल अगस्त में अपनी गिरफ्तारी का हवाला देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम पर भी निशाना साधा।

 

उन्होंने कहा, बाबा रामेदव के आंदोलन की तरह यह सरकार इस आंदोलन को कुचलना चाहती थी। मुझे गिरफ्तार किया गया ताकि रामदेव की तरह विमान से मुझे भी दिल्ली से बाहर भेज दिया जाए। यह सब किसने किया? चिदंबरम ने यह किया। अगर हमारा गृह मंत्री ऐसा होगा तो देश कहां जाएगा?

 

राहुल गांधी को सीधे निशाने पर लेते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चला रहे अन्ना हजारे ने कहा कि यह कांग्रेस महासचिव प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं लेकिन इसके लिए एक रात किसी झोपड़ी में बिताना काफी नहीं है। मजबूत लोकपाल विधेयक बनाने का सरकार पर दबाव बनाने के लिए यहां जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हजारे ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा,  मेरी राहुल गांधी से कोई लड़ाई नहीं है। वह प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। लेकिन इसके लिए एक दिन झोपड़ी में बिताना काफी नहीं है। उन्हें इसके लिए महीनों ऐसा करना होगा। राहुल पर उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि लोकपाल विधेयक को हल्का किए जाने के पीछे उन्हीं का हाथ है।

 

इस आरोप पर बल देते हुए हजारे ने कहा, जब प्रधानमंत्री ने लिखित आश्वासन (मजबूत लोकपाल विधेयक का) दिया तो इसके पीछे कौन हो सकता है। यह राहुल गांधी है। और कौन इतना प्रभावशाली है। किसमें इतनी हिम्मत है जो उनकी बात के खिलाफ जाए।  (एजेंसी)

First Published: Sunday, December 11, 2011, 20:13

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