Last Updated: Wednesday, April 3, 2013, 15:05

नई दिल्ली: द्रमुक के सत्तारूढ़ संप्रग से अलग हो जाने के कुछ दिन बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को स्वीकार किया कि गठबंधन चलाना आसान काम नहीं है।
सिंह ने यहां भारतीय उद्योग परिसंघ की सालाना आम सभा में यह भी माना कि शासन में कमियां हैं। लेकिन साथ ही कहा कि लोकतंत्र का फायदा यह है कि ये कमियां छिपती नहीं और हमेशा जनता के सामने होती हैं।
उन्होंने कहा कि वास्तव में कई कमियां हैं। भ्रष्टाचार एक समस्या है। नौकरशाही की जड़ता एक समस्या है। गठबंधन को चलाना आसान नहीं है। समस्याओं को स्वीकार करने के साथ उन्होंने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के कदम उठा रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ये समस्याएं अचानक नहीं उठ खड़ी हुई हैं। ये समस्याएं उस समय भी थीं जब अर्थव्यवस्था वाषिर्क आठ प्रतिशत की दर से बढ़ रही थी।
उन्होंने कहा कि मैं भारतीय उद्योग से कहूंगा कि वह हमारे संकल्प में भरोसा रखे और नकारात्मकता के मनोवेग में आने से बचे। अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने का भरोसा दिलाते हुए सिंह ने कहा कि मेरा मानना है कि हम आठ प्रतिशत वृद्धि की दर को वापस पा सकते हैं। इन समस्याओं से निपटने के लिए हम हमारी व्यवस्था में दूरगामी परिवर्तन लाने का प्रयास कर रहे हैं। हम समावेशी विकास को पा सकते हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 3, 2013, 15:05