Last Updated: Wednesday, May 8, 2013, 21:21
नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की दो नई बटालियनों को मंजूरी दी है जो हरिद्वार और मैसूर में स्थित होंगी।
किसी भी प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदा की स्थिति में सबसे पहले एनडीआरएफ का दल पहुंचता है और इस तरह की आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए देश भर में फिलहाल ऐसी दस बटालियन तैनात हैं। एनडीआरएफ में अर्धसैनिक बल के कर्मियों को प्रतिनियुक्ति पर तैनात किया जाता है।
एनडीआरएफ के महानिदेशक पी.एम. नायर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बल के लिए दो नई बटालियन को मंजूरी दी है। उन्हें सीमा की सुरक्षा में लगे सशस्त्र सीमा बल के कर्मियों से तैयार किया जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘भौगोलिक स्थिति एवं आपदा की संभावना को देखते हुए दो नए केंद्र उत्तराखंड के हरिद्वार एवं कर्नाटक के मैसूर में स्थित होंगे। अब हम जमीन की तलाश कर रहे हैं।’
एनडीआरएफ की प्रत्येक बटालियन में 1149 कर्मी होते हैं और ये लोग आपदा से प्रभावित लोगों के बचाव के लिए उपकरणों से लैस होते हैं। नायर ने कहा कि बल बटालियनों में महिलाओं की एक छोटी इकाई को शामिल करने पर भी विचार कर रहा है।
वर्तमान में एनडीआरएफ की दस बटालियन गुवाहाटी (असम), कोलकाता (पश्चिम बंगाल), कटक (ओडिशा), वेल्लोर (तमिलनाडु), पुणे (महाराष्ट्र), गांधीनगर (गुजरात), बठिंडा (पंजाब), गाजियाबाद (उत्तरप्रदेश), पटना (बिहार) और विजयवाड़ा (आंध्रप्रदेश) में तैनात हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 8, 2013, 21:21