Last Updated: Thursday, August 30, 2012, 15:14
नई दिल्ली : देश भर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान जैसे चिकित्सा संस्थानों की स्थापना के लिए लोकसभा ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण विधेयक को मंजूरी प्रदान कर दी। लोकसभा में ‘अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (संशोधन) विधेयक ’ के पारित होने से सरकार अधिसूचना के जरिए ऐसे संस्थानों की स्थापना में सक्षम होगी। हालांकि इस विधेयक को अभी राज्यसभा की मंजूरी मिलना बाकी है।
कोयला ब्लाक आवंटन में कथित अनियमितताओं संबंधी कैग की रिपोर्ट को लेकर लोकसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच पारित यह विधेयक इस संबंध में पूर्व में जारी अध्यादेश का स्थान लेगा जिसके तहत छह एम्स जैसे संस्थानों को सितंबर 2012 से चालू करने की अनुमति दी गई है। भाजपा सदस्य अजरुन राम मेघवाल ने एम्स : संशोधन : अध्यादेश को नामंजूर किए जाने के लिए एक सांविधिक संकल्प पेश किया था।। लेकिन मेघवाल के सदन में मौजूद नहीं होने के कारण उनके संकल्प को नहीं लिया जा सका।
बेहतर चिकित्सा सुविधाओं को लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में असंतुलन को दूर करने के मकसद से पटना , भोपाल, रायपुर, भुवनेश्वर, जोधपुर तथा रिषिकेश में एम्स जैसे संस्थानों की स्थापना की घोषणा कई साल पहले की गई थी। इस विधेयक के पारित होने के बाद अब देश के किसी भी हिस्से में भविष्य में एम्स जैसा कोई संस्थान स्थापित करने के लिए मौजूदा विधेयक में संशोधन करने की लंबी प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा और सरकार केवल गजट में अधिसूचना जारी कर इस दिशा में कदम उठा सकेगी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 30, 2012, 15:14