Last Updated: Friday, May 10, 2013, 23:40

नई दिल्ली : भाजपा ने आज कहा कि रेल मंत्री पद से पवन कुमार बंसल का इस्तीफा काफी देर से उठाया गया एक कदम है। पार्टी ने सरकार पर यह आरोप भी लगाया कि उसकी मांग नहीं मान कर उसने संसद के बहुमूल्य समय ‘बर्बाद’ किया। भाजपा ने उम्मीद जतायी कि रेलवे रिश्वतखोरी कांड की जांच अब सही दिशा में होगी और सच्चाई सामने आएगी।
पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने बताया, ‘यह देर से उठाया गया एक कदम है। यदि सरकार ने भाजपा की मांग पहले ही मान ली होती तो वे संसद के बहुमूल्य समय को बचा सकते थे।’ हुसैन ने कहा कि इस्तीफे में ‘जानबूझकर’ देरी की गयी है। मंत्री को अपने पद पर बने रहने का कोई हक नहीं था।
हुसैन ने कहा, ‘भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने मांग रखी थी कि यदि दोनों मंत्री (कानून मंत्री अश्विनी कुमार और रेल मंत्री पवन बंसल) इस्तीफा दे देते हैं तो संसद सुचारू रूप से चल सकती है। उन्होंने हमारी मांग न मानकर संसद का बहुमूल्य समय नष्ट किया। भाजपा अब उम्मीद करती है कि रेलवे घोटाले की जांच सही दिशा में जाएगी।’ इस्तीफे को काफी देर से उठाया गया कदम बताते हुए भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘लूट की राज अब जल रहा है’ और ‘न तो लुटेरे और न ही उनके संरक्षक अब बख्शे जाएंगे।’
नकवी ने कहा कि लोगों का गुस्सा अब नफरत में बदल चुका है और जनता आगामी चुनावों में ‘भ्रष्टों को’ सबक सिखाएगी। भाजपा नेता ने कहा कि संसद के सत्र को अचानक से अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने के बजाय सरकार को भ्रष्टाचार का खात्मा करना चाहिए था और इसमें शामिल लोगों को दंडित करना चाहिए था।
हुसैन ने कहा कि पार्टी चुप नहीं बैठेगी और रेलवे रिश्वतखोरी के साथ-साथ सीबीआई के कामकाज में कानून मंत्री के कथित दखल का मुद्दा उठाती रहेगी। अश्विनी कुमार के खिलाफ हमला बोलते हुए हुसैन ने कहा, ‘देश यह जानना चाहता है कि सीबीआई की मसौदा रिपोर्ट में बदलाव करके आखिर कानून मंत्री किसे बचाना चाहते थे।’ उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह शनिवार को संप्रग के खिलाफ पार्टी की भविष्य की रणनीति की घोषणा करेंगे। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 10, 2013, 23:40