Last Updated: Saturday, March 3, 2012, 11:55
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली/गाजियाबाद : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने हजारों करोड़ रुपये के राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) घोटाले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा की कथित संलिप्तता पर उन्हें शनिवार को गिरफ्तार किया। सीबीआई अधिकारी ने कुशवाहा से दिन भर चली पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।
इसके बाद कुशवाहा को सीबीआई ने विशेष अदालत में पेश किया। उनके साथ देवरिया के निवर्तमान विधायक आरपी जायसवाल को भी अदालत में पेश किया गया। सीबीआई ने अदालत से पूछताछ के लिए पूर्व मंत्री को 14 दिन की रिमांड में भेजने की मांग की। अदालत ने दोनों आरोपियों को 10 दिन यानी 13 मार्च तक रिमांड पर भेज दिया।
घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने बसपा छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थामने वाले कुशवाहा को पूछताछ के लिए शनिवार सुबह बुलाया था। जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक संतोषजनक जवाब देने में असफल होने पर कुशवाहा को गिरफ्तार किया गया।
उनके साथ विधान परिषद सदस्य राम प्रसाद जयसवाल को भी गिरफ्तार किया गया है।
पूर्व में मायावती सरकार में परिवार कल्याण मंत्री रहे कुशवाहा का इस घोटाला में नाम आने के बाद बसपा और सरकार से बर्खास्त कर दिया गया था। बसपा से निकाले जाने के बाद उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। यूपी विधानसभा चुनावों में भी वो भाजपा के लिए ग्रामीण क्षेत्र में प्रचार कर रहे थे। आज संयोग से यूपी चुनाव का अंतिम दिन था, और सीबीआई उनसे पूछताछ कर रही थी।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के लोकायुक्त न्यायमूर्ति एन के मेहरोत्रा ने राज्य के पूर्व परिवार कल्याण और खनन मंत्री तथा सत्तारढ़ बसपा से निष्कासित नेता बाबू सिंह कुशवाहा के विरद्ध मिली भ्रष्टाचार की तीन शिकायतों की सीबीआई जांच की संस्तुति की थी।
लोकायुकत शिकायत में दलील दी गई थी कि कुशवाहा के विरुद्ध तीन शिकायतें मिली थीं , उनमें पहली यह थी कि कुशवाहा ने रेडिकल टाइम्स और अग्निपथ जैसे स्थानीय और अचर्चित समाचार-पत्रों में विज्ञापन देकर फर्जी आवेदन मंगवाये और बांदा तथा महोबा में अपने लोगों को खनन के पट्टे आवंटित किये।
First Published: Sunday, March 4, 2012, 13:19