Last Updated: Monday, May 6, 2013, 09:30

ज़ी मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली: केंद्रीय कानून मंत्री अश्वनी कुमार की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। इस बात की पूरी संभावना है कि कोयला ब्लॉक आवंटन मामले में अनियमितता को लेकर सीबीआई की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किए जाने वाले हलफनामे के बाद अश्वनी कुमार की किस्मत की फैसला होगा।
सीबीआई सुप्रीम कोर्ट को सोमवार को इस बात से अवगत करा सकती है कि कानून मंत्री अश्वनी कुमार और अटार्नी जनरल जीएम वाहनवती ने कोयला ब्लॉकों के आवंटन मामले से संबंधित उसकी स्थिति रिपोर्ट में बदलावों का प्रस्ताव दिया था। सीबीआई के निदेशक रंजीत सिन्हा ने सोमवार को न्यायालय के समक्ष दिए जाने वाले हलफनामे पर अपने वकील यूयू ललित के साथ चर्चा की है।
ललित ने अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल हरीन रावल का स्थान लिया है। रावल ने विवाद के कारण इस्तीफा दे दिया था। सूत्रों ने बताया कि इस हलफनामे के जरिए कहा जा सकता है कि कानून मंत्री ने ही सुप्रीम कोर्ट के समक्ष दस्तावेज को पेश किए जाने से पहले इसमें भाषा को ‘कमजोर करने’ (डाइल्यूशन) की पेशकश की थी।
First Published: Monday, May 6, 2013, 09:30