Last Updated: Tuesday, October 25, 2011, 15:01
गाजियाबाद : वित्तीय अनियमितता के आरोपों का सामना कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए मंगलवार को कहा कि सरकार उनके खिलाफ और टीम अन्ना के अन्य सदस्यों के खिलाफ जांच करा ले । साथ ही उन्होंने इस ‘कलंकित अभियान’ पर सवाल भी खड़े किए।
खुद का और किरण बेदी का बचाव करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अगर किसी को रेलवे में टिकट की जरूरत है और उसने टिकट जांचने वाले को भुगतान किए तो वह व्यक्ति सुरेश कलमाड़ी पर सवाल खड़ा नहीं कर सकता। क्या यह संदेश दिया जा रहा है?
उन्होंने कहा कि क्या आप कहना चाहते हैं कि 120 करोड़ लोगों में से सिर्फ संत ही संप्रग सरकार के भ्रष्टाचार पर सवाल खड़ा कर सकेंगे और सरकार लोगों को लूटती रहेगी? अगर कोई सवाल पूछता है तो उस व्यक्ति से कहा जाएगा कि पहले वह अपना मामला देखे । उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यह दुर्भावनापूर्ण अभियान जारी रहा तो अगला आंदोलन दस गुना बड़ा होगा।
स्वामी अग्निवेश ने केजरीवाल पर आरोप लगाया था कि अन्ना आंदोलन के लिए मिल रहे दान को वह खुद के न्यास में लगा रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि अगर उन्होंने गलतियां की हैं तो सरकार जांच करने और कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने को स्वतंत्र है । उन्होंने कहा, ‘हमें माफ मत कीजिए। आम आदमी की तुलना में हमें दोहरा दंड दीजिए, लेकिन लोकपाल लाइए और आपको लाना पड़ेगा।
केजरीवाल ने कहा कि भ्रष्टाचार आंदोलन से ध्यान भटकाया जा रहा है । किरण बेदी ने बिल का भुगतान किया या नहीं, यह राष्ट्रीय मुद्दा बन गया। इससे देश को लाभ नहीं होगा। यह तभी उपयोगी होगा जब लोकपाल आएगा। सरकार को समझना चाहिए कि उनके तरीके एवं व्यवहार से लोगों के बीच गुस्सा बढ़ रहा है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, October 27, 2011, 09:51