जहां चुनाव वहीं दिखेंगे अन्ना - Zee News हिंदी

जहां चुनाव वहीं दिखेंगे अन्ना

रालेगण सिद्धी (महाराष्ट्र) : अन्ना हजारे ने रविवार को कहा कि लोग अगले आम चुनाव में उन सांसदों को वोट नहीं दें जिन्होंने जन लोकपाल विधेयक का विरोध किया है और उनके आवास का घेराव करें. उन्होंने घोषणा की कि वह समूचे देश की यात्रा करेंगे. इसमें वे राज्य भी शामिल होंगे, जहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.

अपनी कोर कमेटी की दो दिवसीय बैठक के समापन पर अन्ना ने कहा कि सांसदों को टेलीविजन पर देखें और उन लोगों के बारे में नोट कर लें, जिन्होंने संसद में जन लोकपाल विधेयक का विरोध किया है और बाद में उनके आवास का घेराव करें और अहिंसक विरोध करते हुए भजन गाएं. रामलीला मैदान में गत 28 अगस्त को 12 दिनों तक चला अपना अनशन समाप्त होने के बाद हजारे की कोर कमेटी की यह पहली बैठक थी.

अन्ना ने कहा कि लोगों को उनके आवास के बाहर धरना देना चाहिए और ‘रघुपति राघव राजा राम’ भजन गाना चाहिए. उन्होंने कहा कि वे जन लोकपाल विधेयक का विरोध करने वाले सांसदों के खिलाफ 2014 के लोकसभा चुनावों में प्रचार करेंगे. जन लोकपाल विधेयक को पारित कराना सुनिश्चित करने के लिए अपने आंदोलन को तेज करने का संकल्प जताते हुए 74 वर्षीय गांधीवादी ने कहा कि वे इस उद्देश्य के लिए अगले महीने देशव्यापी यात्रा शुरू करेंगे.

 उन्होंने कहा कि मैं उन संसदीय क्षेत्रों का दौरा करूंगा, जहां के सांसदों ने जन लोकपाल विधेयक का विरोध किया है और जब वे दोबारा निर्वाचित होने के लिए मैदान में होंगे तब लोगों से उनके पक्ष में वोट नहीं डालने की अपील करूंगा. उन्होंने कहा कि सरकारी लोकपाल विधेयक छलपूर्ण है। अगर सरकारी मसौदे पर आधारित कानून पारित होता है तो भ्रष्टाचार बढ़ेगा. अन्ना ने कहा कि वह विमान की बजाय ट्रेन से यात्रा करने को तरजीह देंगे ताकि वे आम जनता से संवाद कर सकें. अन्ना ने कहा कि विमान आपको एक स्थान से ले जाता है और कुछ ही समय के भीतर दूसरे स्थान पर उतार देता है. इस तरह की यात्रा के दौरान आम लोगों से संवाद नहीं होता है. अगर मैं भी विमान से यात्रा करूंगा तो मुझमें और मंत्रियों में अंतर नहीं रहेगा.

अन्ना और उनके कोर समूह ने शनिवार को फैसला किया था कि वह चुनाव सुधार और जन प्रतिनिधियों को वापस बुलाने और उन्हें खारिज करने के अधिकार समेत सांसदों के प्रदर्शन का लेखा-जोखा कराने के संबंध में प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह को पत्र लिखेंगे. अन्ना के कोर समूह के महत्वपूर्ण सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि बैठक में फैसला किया गया कि सभी राजनीतिक दलों के महत्वपूर्ण नेताओं और स्थायी समिति में शामिल सांसदों के निर्वाचन क्षेत्रों में जनमत संग्रह कराया जाएगा और यह सवाल पूछा जाएगा कि जन लोकपाल विधेयक का विरोध करने वाले सांसदों के पक्ष में लोगों को मतदान करना चाहिए या नहीं.

उन्होंने कहा कि जनमत संग्रह में ‘हां’ या ‘ना’ में जवाब मांगा जाएगा. केजरीवाल ने कहा कि हजारे उन राज्यों की भी यात्रा करेंगे, जहां विधानसभा चुनाव होने हैं और लोगों को विभिन्न पार्टियों द्वारा जन लोकपाल विधेयक पर अपनाए गए रुख के बारे में सूचित किया जाएगा और इसे उनके विवेक पर छोड़ दिया जाएगा कि उन्हें किसके पक्ष में वोट डालना चाहिए. उन्होंने साफ कर दिया कि भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन लोगों को जागरूक करने के लिए चलाए जाने वाले अभियान के दौरान किसी भी उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेगा. केजरीवाल ने कहा कि हम लोगों से किसी खास राजनीतिक दल का समर्थन किए बगैर जन लोकपाल विधेयक पर विभिन्न दलों द्वारा अपनाए गए रुख के बारे में उन्हें बताएंगे.

केजरीवाल ने कांग्रेस महासचिव दिग्विजयसिंह द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया। सिंह ने आरोप लगाया था कि उनका और आंदोलन से जुड़े कुछ अन्य सदस्यों का आरएसएस से संबंध है, केजरीवाल ने कहा कि सिंह आरएसएस के भूत से त्रस्त हैं, लेकिन हम आरएसएस से भयभीत नहीं हैं. केजरीवाल ने कहा कि कोर समूह ने तीन सेवानिवृत्त न्यायाधीशों को लेकर तीन सदस्यीय एक समिति का गठन करने का फैसला किया है, जो अन्ना और उनकी टीम के सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करेगी.

First Published: Monday, September 12, 2011, 11:49

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