Last Updated: Saturday, February 9, 2013, 10:25
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोनई दिल्ली : संसद हमले का मास्टरमाइंड अफजल गुरु को तिहाड़ जेल में फांसी पर लटकाने का बाद तिहाड़ जेल में ही दफना दिया गया। दफनाना की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई। दफनाने के वक्त डॉक्टर और मौलवी मौजूद थे।
केंद्रीय गृह सचिव आर.के. सिंह ने गुरु को फांसी के बाद तिहाड़ जेल में ही दफनाने के संकेत दिए थे। आज संवाददाताओं से बातचीत में सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु की दया याचिका तीन फरवरी को ही ठुकरा दी थी जिसके बाद शनिवार सुबह उसे फांसी पर लटका दिया गया।
गृह सचिव सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘राष्ट्रपति ने 3 फरवरी को अफजल गुरु की दया याचिका को नामंजूर कर दिया था और उसके बाद हमने जेल के नियम कायदों की पड़ताल की और आज उसे फांसी दे दी गयी।’ अफजल को दफनाए जाने के बारे में पूछे जाने पर गृह सचिव ने कहा, ‘हम जेल के नियमों का पालन करेंगे और कानून के अनुसार कार्रवाई होगी।’
सिंह ने बताया कि अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के साथ ही वर्ष 2001 में संसद पर हमले के मामले की कार्यवाही एक तार्किक परिणाम तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा, ‘कानून और न्याय ने अपना काम किया।’
First Published: Saturday, February 9, 2013, 10:12