Last Updated: Wednesday, July 31, 2013, 23:11

लखनऊ/दिल्ली : विपक्षी राजनीतिक दलों और आईएएस एसोसिएशन के दबाव के बावजूद उत्तर प्रदेश सरकार गौतमबुद्ध नगर (सदर) की उपजिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल का निलंबन वापस लेने को तैयार नहीं दिख रही है और उन्हें आरोपपत्र देने की तैयारी में है। आईएएस अधिकारी ने नोएडा में खनन माफिया के खिलाफ मोर्चा खोला था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में कहा, ‘आरोपपत्र तैयार हो रहा है, जो उन्हें (दुर्गा शक्ति) शीघ्र ही सौंप दिया जाएगा।’ सरकार के वरिष्ठ मंत्री शिवपाल सिंह यादव द्वारा नागपाल के निलंबन को उचित ठहराये जाने के बाद आज दिन में ही इस संबंध में सरकार के रुख का संकेत मिल चुका था कि वह फिलहाल दुर्गा शक्ति का निलंबन वापस लेने को तैयार नहीं है और उन्हें शीघ्र ही आरोप पत्र सौंप दिया जाएगा।
यादव ने सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) की राज्य कार्यकारिणी की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि गौतमबुद्धनगर की उपजिलाधिकारी दुर्गाशक्ति के पिछले दिनों हुए निलम्बन में खनन माफिया का हाथ होने की भ्रांतियां फैलायी जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि दुर्गाशक्ति ने रबुपुरा थाना क्षेत्र के मुस्लिम बहुल कादलपुर गांव में एक निर्माणाधीन मस्जिद की दीवार को कानूनी प्रक्रिया का पालन किये बगैर अदूरदर्शी तरीके से गिरवा दिया था। जिस जमीन पर वह दीवार बनायी जा रही थी, उसके मालिक को उस निर्माण पर कोई आपत्ति नहीं थी। लेकिन कुछ अराजक तत्व पिछले कुछ समय से वहां साम्प्रदायिक दंगा कराने की साजिश रच रहे थे। उन्होंने नागपाल से दीवार के निर्माण के संबंध में विवाद की शिकायत की और अधिकारी ने उनका विश्वास कर लिया। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 31, 2013, 23:11