Last Updated: Friday, February 15, 2013, 17:27
नई दिल्ली : विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम पर ईरान से वार्ता के लिए ‘पी फाइव प्लस वन’ में महत्वपूर्ण भूमिका रखने वाले फ्रांस ने आज भारत से गंभीर वार्ता में शामिल होने तथा परमाणु अप्रसार के संबंध में अंतरराष्ट्रीय दायित्वों के पालन के लिए अपने ‘घनिष्ठ मित्र’ को राजी करने को कहा।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने यहां एक व्याख्यान के दौरान ईरान की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए कहा कि फ्रांस की जनता भी उन्हें ‘दोस्त’ मानती है। उन्होंने इसके साथ ही तेल समृद्ध देश से अपने दायित्वों को पूरा करने की भी अपील की।
भारत को ‘शांति की शक्ति’ बताते हुए ओलांद ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को पूर्णकालिक स्थायी सदस्यता दिए जाने की पुरजोर वकालत करते हुए कहा कि विश्व की सुरक्षा में भारत की मौजूदगी की जरूरत है।
नेहरू मेमोरियल लाइब्रेरी में यहां अतिविशिष्ट दर्शकों के बीच माधवराव सिंधिया स्मृति व्याख्यान में ओलांद ने भारतीय लोकतंत्र, उसके धर्मनिरपेक्षतावाद तथा सौ साल मना रहे उसके ‘सर्वाधिक लोकप्रिय’ सिनेमा की जी खोलकर तारीफ की।
अपने 25 मिनट के व्याख्यान में ओलांद ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मुद्दों पर अपने विचार रखे। उन्होंने भारत से कहा कि वह ईरान के साथ अपनी दोस्ती और प्रभाव का इस्तेमाल कर उसे उसके विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम पर वार्ता को राजी करे।
उन्होंने कहा, ‘हम जानते हैं कि भारत और उसकी जनता ईरान तथा उत्तर कोरिया के करीब है। इससे भी कहीं अधिक यह महत्वपूर्ण है कि भारत इस महान राष्ट्र ईरान को अंतरराष्ट्रीय दायित्वों का पालन करने के लिए गंभीर वार्ता में शामिल करने तथा परमाणु अप्रसार पर वार्ता को राजी करे।’ (एजेंसी)
First Published: Friday, February 15, 2013, 17:27