Last Updated: Sunday, August 4, 2013, 16:04

चेन्नई : तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दौरे के समय राज्य के डीजीपी को उनके स्वागत के लिए जाने से रोकने की ‘अपमानजनक घटना’ को लेकर विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) की आलोचना की और इस मामले में दोषियों के खिलाफ ‘उचित कार्रवाई’ की मांग की है।
जयललिता ने प्रधानमंत्री को इस संबंध में तीन अगस्त को लिखे पत्र में कहा है कि यह घटना से एसपीजी की छवि को धूमिल करती है। इस पत्र को सरकार ने आज मीडिया में जारी किया।
उन्होंने कहा कि राज्य के डीजीपी के. रामानुजम जब प्रधानमंत्री के विमान की सीढ़ियों की ओर बढ रहे थे तब सुरक्षा ड्यूटी में तैनात एसपीजी के निचले स्तर के एक अधिकारी ने उनके साथ अनुचित व्यवहार किया और उन्हें विमान के पास जाने से रोक दिया।
रामानुजम राज्य के वित्त मंत्री ओ पन्नीरसेलवम और मुख्य सचिव शीला बालाकृष्णन के साथ उस टीम में शामिल थे जिसे मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री की पुदुकोट्टई में तिरमायम की यात्रा के लिये जाते समय तिरूचिरापल्ली हवाई अड्डे पर उनके स्वागत के लिए तैनात किया था।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्हें सूचित किया गया था कि विमान की सीढ़ी के पास सिंह का स्वागत करने वालों की विस्तृत सूची भेजी गई थी और प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक अगस्त को इसकी पुष्टि की थी। इस सूची में डीजीपी का नाम भी शामिल था।
जयललिता ने कहा, ‘सबसे हैरानी’ की बात यह है कि एसपीजी अधिकारी राज्य के शीर्ष दर्जे के अधिकारी पुलिस महानिदेशक को वर्दी में होने के बाजवूद पहचान नहीं सका।’ उन्होंने कहा कि यह वही पुलिस महानिदेशक हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री के तमिलनाडु दौरे के समय शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत सुरक्षा प्रबंध किए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं आपके ध्यान में यह मामला लाने के लिए मज़बूर हूं ताकि इसकी जांच की जा सके और इसके लिए जि़म्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके। मैं उचित सरकारी नियमों को लागू करने की भी सलाह देती हूं ताकि भविष्य में शिष्टाचार में इस प्रकार की चूक दोबारा न हो।’
प्रधानमंत्री ने पीएसयू भेल की दो परियोजनाओं को हरी झंडी देने के लिए शुक्रवार को तिरमायम का दौरा किया था। इस मामले में पहले ही जांच के आदेश दे दिए गए हैं और राज्य की प्रोटोकॉल अधिकारी अनु जार्ज से रिपोर्ट जमा करने को कहा गया है।
डीजीपी को वीवीआईपी क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकने वाले एसपीजी अधिकारी से भी इस बात का जवाब देने को कहा गया है कि उसने राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारी को प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए आने से क्यों रोका।
एसपीजी के वरिष्ठ अधिकारियों ने रामानुजम से माफी मांगी थी और उन्हें सिंह का स्वागत करने के लिए मनाया था हालांकि प्रधानमंत्री तब तक तिरमायम के लिए रवाना हो चुके थे। (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 4, 2013, 16:04