Last Updated: Tuesday, June 19, 2012, 18:10
इंदौर : राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के उम्मीदवार वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी पर टीम अन्ना हजारे के तीखे हमले बरकरार हैं। टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल ने आज जोर देकर कहा कि मुखर्जी को देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहुंचने से पहले अपने खिलाफ लगे संगीन आरोपों की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच से गुजरना चाहिये। ‘वरना उनके दामन पर हमेशा के लिये दाग बना रहेगा।’
उन्होंने नेवी वॉर रूम लीक प्रकरण, कथित चावल निर्यात घोटाला और स्कॉर्पीन पनडुब्बी सौदे का मामला उठाते हुए इंदौर प्रेस क्लब में कहा कि अगर मुखर्जी तीनों मामलों में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच से गुजरे बगैर राष्ट्रपति की कुर्सी तक पहुंच गये, तो बाद में उनके खिलाफ जांच की कोई गुंजाइश नहीं बचेगी, क्योंकि देश का प्रथम नागरिक बनने पर उन्हें संविधान के तहत छूट हासिल हो जायेगी।’ केजरीवाल ने कहा कि अगर मुखर्जी इन मामलों में जांच से गुजरने के बाद पाक साफ साबित होकर राष्ट्रपति बने तो देश उन पर गर्व करेगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो यह दुर्भाग्यपूर्ण होगा और उनके दामन पर हमेशा दाग बना रहेगा।
हालांकि, उन्होंने बताया कि हमें कल शाम मुखर्जी का एक लंबा पत्र मिला, जिसमें उन्होंने हमारे सारे आरोपों को खारिज किया है। हम इस पत्र का विस्तृत जवाब कल या परसों तक उन्हें भेज देंगे। बहरहाल, केजरीवाल का कहना है कि मुखर्जी ने अपने पत्र में इस आरोप का कोई जवाब नहीं दिया है कि उन्होंने रक्षा मंत्री रहते हुए नेवी वॉर रूम लीक प्रकरण में तीन आरोपियों को बचाने की कोशिश क्यों की। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 19, 2012, 18:10