Last Updated: Friday, January 6, 2012, 11:30
तिरुवनंतपुरम : मुल्लापेरियार में प्रस्तावित नये बांध पर संयुक्त नियंत्रण के केरल की कांग्रेस नीत यूडीएफ सरकार के फैसले पर प्रदेश में राजनीतिक आमराय नहीं बनती दिख रही और विपक्षी दल एलडीएफ ने प्रस्ताव का खुलकर विरोध किया है। माकपा नेता और केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीएस अच्युतानंदन ने शुक्रवार को कहा कि नए बांध का त्रिपक्षीय नियंत्रण का विचार प्रदेश के हितों को गंभीर नुकसान पहुंचाएगा।
उन्होंने इस मामले में पूरे राजनीतिक समुदाय को विश्वास में लिये बिना इस तरह का कदम उठाने पर ओमन चांडी सरकार की भी आलोचना की। अच्युतानंदन ने त्रिशूर में संवाददाताओं से कहा कि यह एकपक्षीय फैसला है। इससे प्रदेश के हितों को गंभीर नुकसान होगा। विपक्ष इस पर चर्चा करेगा और सरकार के फैसले के खिलाफ कठोर रुख अख्तियार करेगा।
केरल सरकार ने बुधवार को यह रुख व्यक्त करने का फैसला किया था कि राज्य सरकार नए बांध का संयुक्त नियंत्रण तमिलनाडु और केंद्र के साथ करने को तैयार है। केरल का नया रुख पहले से विपरीत है क्योंकि पूववर्ती रुख में नए बांध का स्वामित्व, नियंत्रण और देखभाल राज्य के पास होने की बात थी।
(एजेंसी)
First Published: Friday, January 6, 2012, 17:00