बाल ठाकरे ने गौरव की भावना पैदा की : PM

बाल ठाकरे ने गौरव की भावना पैदा की : PM

बाल ठाकरे ने गौरव की भावना पैदा की : PMनई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने शनिवार को शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे के निधन पर शोक प्रकट किया। मनमोहन सिंह ने बाल ठाकरे के पुत्र उद्धव को फोन किया। उन्होंने लोगों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील भी की।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा,‘प्रधानमंत्री ने शिव सेना नेता बाला साहब ठाकरे के निधन पर शोक प्रकट किया है। प्रधानमंत्री ने दुख और शोक की इस घड़ी में लोगों से शांति और संयम रखने की अपील की।’ उन्होंने बताया कि सिंह ने ठाकरे के पुत्र और शिवसेना के कार्यकारी प्रमुख उद्धव ठाकरे को फोन कर शोक प्रकट किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ठाकरे के लिए महाराष्ट्र के हित खास तौर से महत्वपूर्ण थे और वह हमेशा इसकी जनता में गौरव की भावना पैदा करने के उत्सुक रहे।

ठाकरे के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए भाजपा ने कहा कि ‘एक शेर’ नहीं रहा। पार्टी ने कहा कि उनका निधन महाराष्ट्र, राजग और देश के लिए बहुत बड़ी हानि है।

भाजपा संसदीय दल के अध्यक्ष और राजग के कार्यकारी अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने कहा, ‘एक असाधारण व्यक्ति और राजनीतिज्ञ चला गया। स्वतंत्र भारत के 65 वर्ष के दौरान देश पर ऐसी गहरी छाप शायद ही किसी ने छोड़ी होगी जैसी छाप बाल ठाकरे ने छोड़ी है।’

लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा, ‘बाला साहब के निधन की खबर से मुझे गहरा सदमा हुआ है। एक शेर नहीं रहा।’ पार्टी के प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा, हमने बहुत ही जुझारू नेता और महान व्यक्ति खो दिया है।

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ठाकरे साहस और वीरता के प्रतीक थे। पिछले कई दिनों से देश उनके स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहा था। वह एक योद्धा की तरह लड़े, लेकिन अंत में हमने उन्हें खो दिया। व्यक्तिगत स्तर पर वह मेरी प्रति बहुत स्नेह रखते थे। मैंने एक मागदर्शक शक्ति खो दी है।

ठाकरे के निधन के मद्देनजर सुषमा स्वराज के अनुरोध पर प्रधानमंत्री ने भाजपा नेताओं के लिए आज आयोजित रात्रिभोज रद्द कर दिया।

भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने अपने शोक संदेश में कहा कि बाला साहब का निधन उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने कहा, ‘उनके दिल में जो रहता था, वही उनके जुबान पर होता था। उन्होंने अपने मन की बात कहने में कभी झिझक नहीं दिखाई। भाजपा और शिव सेना दोनों ने अपना सहारा खो दिया है।’

द्रमुक प्रमुख एम करूणानिधि ने शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि ठाकरे के लिए उनके राज्य के लोगों के हित ही सर्वोपरि थे।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ठाकरे के असामयिक निधन पर गहरा शोक एवं दुख व्यक्त किया।

उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि ठाकरे महाराष्ट्र की राजनीति में विशिष्ट स्थान रखते थे। उनके निधन से महाराष्ट्र की राजनीति का एक युग समाप्त हो गया है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ठाकरे के निधन पर शोक जताया और कहा कि अपने लंबे राजनीतिक जीवन के दौरान उन्होंने महाराष्ट्र की राजनीति पर राज किया।

ममता ने अपने शोक संदेश में कहा,‘उन्होंने लंबे समय तक महाराष्ट्र की राजनीति पर राज किया और उनकी कई धारणाओं पर विवाद उठा।’

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, ‘महाराष्ट्र ने एक वरिष्ठ ओर अनुभवी नेता खो दिया। वह एक राजनेता, कार्टूनिस्ट, संपादक, आयोजक के साथ साथ कला प्रेमी और कुशल वक्ता थे।’

केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि ठाकरे ने मुंबई में कम्युनिस्टों के पतन के बाद एक कार्टूनिस्ट के तौर पर तूफान की तरह प्रवेश किया और अपने पिता की सुधारवादी विरासत को आगे बढ़ाया।

पूर्व शिवसेना नेता छगन भुजबल, जो बाद में कांग्रेस और फिर राकांपा में शामिल हुए, ने कहा कि ठाकरे ने शिवसेना की स्थापना करके और उसे राजनीतिक रूप से महान उंचाइयों पर पहुंचाकर इतिहास रच डाला।

राकांपा प्रमुख शरद पवार की पुत्री और सांसद सुप्रिया सूले ने कहा कि पवार परिवार का ठाकरे परिवार के साथ बहुत नजदीकी नाता था राजनीतिक मंच पर शत्रु होने के बावजूद दोनो में कोई दूरी नहीं आई। (एजेंसी)

First Published: Saturday, November 17, 2012, 20:40

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