Last Updated: Tuesday, January 8, 2013, 16:09
भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत को रूढ़िवादी मानसिकता का प्रवक्ता बताया है।
बलात्कार को लेकर उनके ताजा बयान के संदर्भ में सिंह ने कहा कि वह उन ताकतों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो स्त्री विरोधी एवं प्रगतिशील समाज के आलोचक हैं और आज भी देश को पुराने युग में ही रखना चाहते हैं।
सिंह ने आरोप लगाया कि भागवत के बयान `रेप भारत में नहीं, इंडिया में होते हैं` ने आरएसएस एवं भाजपा के विकास एवं प्रगति का मुखौटा नोच कर फेंक दिया है और उनकी असलियत बता दी है। उनका यह कहना भी भारतीय नारी का अपमान है कि पति-पत्नी के बीच समझौते का रिश्ता होता है।
उन्होंने कहा कि आरएसएस और भाजपा की मानसिकता आज भी स्त्रियों को अन्याय, अत्याचार और शोषण के बीच देखने की है। भारतीय नारी सशक्त हो और वह पुरूषों की बराबरी पर खड़ी हो, यह इन रूढ़िवादी लोगों को फूटी आंख नहीं सुहा रहा है।
विपक्ष के नेता ने कहा कि आरएसएस प्रमुख भागवत और मध्यप्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बयानों ने भारतीय नारी और संस्कृति दोनों का अपमान किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सात जन्मों के रिश्ते विवाह को एक समझौता बताकर आरएसएस प्रमुख ने बता दिया है कि वह देश को किस रास्ते पर ले जाने की इच्छा रखते हैं। वहीं, राज्य सरकार के मंत्री विजयवर्गीय भारतीय नारी को अपनी हद में रहने की बेतुकी सलाह दे रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 8, 2013, 16:09