‘भाजपा की राजनीति को समझें पार्टियां’

‘भाजपा की राजनीति को समझें पार्टियां’

नई दिल्ली : एफडीआई मुद्दे पर मत विभाजन से पहले सरकार ने विदेशी कंपनियों के भारतीय खुदरा क्षेत्र में प्रवेश का विरोध कर रहे राजनीतिक दलों से कहा कि वे भाजपा की राजनीति को समझें।

संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सवाल एफडीआई का नहीं है क्योंकि इसे लागू करने का फैसला राज्य सरकारों को करना है। अगर राज्यों को तय करना है तो हम यहां क्या तय कर रहे हैं। यहां केवल यही तय हो रहा है कि भाजपा की राजनीति का समर्थन किया जाए या उसका विरोध।

संप्रग को बाहर से समर्थन दे रहे सपा और बसपा द्वारा एफडीआई का विरोध किए जाने के बारे में कहने पर कमलनाथ ने कहा कि एफडीआई के खिलाफ बोलना अलग बात है क्योंकि वे इसके खिलाफ हो सकते हैं। लेकिन मैं सभी राजनीतिक दलों से आग्रह करता हूं कि वे भाजपा की राजनीति के खिलाफ मतदान करें। यह आज के मत विभाजन में देखने को मिलेगा। इससे पहले संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि सरकार समर्थन के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ संपर्क में है।

शुक्ला ने कहा कि हम सभी दलों के संपर्क में हैं। हमने उनसे समर्थन का आग्रह किया है। एफडीआई किसानों या छोटे व्यापारियों के हितों को नुकसान नहीं पहुंचाएगा बल्कि उन्हें लाभ पहुंचाएगा।

कल सदन में चर्चा के दौरान सपा और बसपा ने खुदरा एफडीआई का विरोध किया था। दोनों ही दलों ने अब तक स्पष्ट नहीं किया है कि वे एफडीआई के पक्ष में मतदान करेंगे या नहीं। विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने सपा और बसपा से सरकार के खिलाफ मतदान करने की अपील की है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, December 5, 2012, 14:46

comments powered by Disqus