Last Updated: Sunday, September 18, 2011, 18:40
जी न्यूज ब्यूरोनई दिल्लीः देश के उत्तर-पूर्व में और राष्ट्रीय राजधानी समेत उत्तरी भागों में रविवार को भूकंप का झटका महसूस किया गया, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.8 तीव्रता मापी गई और इसका केंद्र सिक्किम-नेपाल सीमा पर था.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि भूकंप का केंद्र 27.7 अंश उत्तरी अक्षांश और 88.2 अंश पूर्वी देशांतर पर था. भूकंप की खबर मिलने के तत्काल बाद प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग से बात की और उन्हें सभी जरूरी मदद का आश्वासन दिया.
भूकंप का झटका असम, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, झारखंड, उत्तरप्रदेश और राजस्थान में महसूस किया गया। प्रधानमंत्री ने कैबिनेट सचिव को आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक तत्काल बुलाने का निर्देश दिया. शाम करीब 6 बजकर 10 मिनट पर कुछ सेकंड तक आए झटके ने रविवार की छुट्टी मना रहे लोगों में दहशत पैदा कर दी.
राष्ट्रीय राजधानी में भी कुछ भागों में भूकंप का झटके महसूस किए गए. दिल्लीवासियों के लिए एक पखवाड़े के भीतर भूकंप का यह दूसरा झटका है. इससे पहले सात सितंबर की रात को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. दिल्ली के आसपास गुड़गांव और अन्य हिस्सों में भी मामूली झटका महसूस किया गया.
पटना से आई खबर के अनुसार बिहार के अनेक हिस्सों में भूकंप का झटका महसूस किया गया. नालंदा में दीवार गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई. दरभंगा में भूकंप के बाद मची भगदड़ में एक व्यक्ति की मौत हो गई. इमारतों में कंपन के बाद लोग अपने घरों से बाहर खुली जगहों पर आ गए. उत्तर बिहार के दरभंगा के साथ-साथ मधुबनी, समस्तीपुर, नवादा, मुंगेर, खगड़िया तथा अन्य जिलों से भी इस तरह की खबरें हैं.
झारखंड में भी भूकंप का एहसास हुआ. रांची, साहबगंज और गिरीडीह में भी लोगों ने भूकंप के झटके को महसूस किया।
देश के उत्तर में राजधानी दिल्ली के अलावा जयपुर और राजस्थान के आसपास के कुछ इलाकों में भूकंप का झटका महसूस किया गया. इसके अलावा उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनउ समेत वाराणसी, मऊ, आजमगढ़, देवरिया, बलिया तथा अन्य शहरों में भी भूकंप से लोग दहशत में आ गए। हरियाणा के कुछ भागों और चंडीगढ़ में भी मामूली तीव्रता का झटका महसूस किया गया.
भोपाल से मिली खबर के अनुसार ग्वालियर, भोपाल, होशंगाबाद और मध्यप्रदेश के कुछ और हिस्सों में भी लोगों ने झटके को महसूस किया.
सिक्किम में भूकंप से करीब 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि लगभग 30 लोगों को मामूली चोटें आई हैं. भूकंप के कारण कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है. पिछले दो दशक में सबसे तीव्र इस भूकंप का केंद्र गंगटोक से 50 किमी दूर सिक्किम-नेपाल सीमा पर मंगन और सेक्योंग में था. सेना के एक बस समेत 3 वाहन लापता होने की खबर है, सिलीगुड़ी-गंगटोक हाईवे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है.
सिक्किम के मुख्य सचिव कर्मा ग्यात्सो ने बताया कि भूकंप के कारण पूर्वी सिक्किम जिले के सिंगथम में एक व्यक्ति की मौत हो गई. इसके अलावा सिंगथम के बाहरी क्षेत्र के एक निवासी की भी भूकंप में मौत हो गई. उन्होंने बताया कि प्रदेश की कई इमारतों में दरारें पड़ गईं हैं.
ग्यात्सो ने बताया कि आपदा प्रबंधन के जवानों को प्रभावित इलाके में तैनात कर दिया गया है. वहीं भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने उत्तरी सिक्किम के पेगोंग इलाके में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं. भूकंप से बुरी तरह प्रभावित पेंगोंग में आईटीबीपी की दो इमारतें ढह गई हैं. नॉर्थ सिक्किम में सेना के 2 जवानों के मरने की खबर.
भूकंप का केन्द्र नेपाल-सिक्किम बॉर्डर पर होने के कारण ज्यादा असर नेपाल में देखा गया। यहां 13 लोगों के मारे जाने की खबर है। जबकि ब्रिटिश दूतावास की इमारत धराशायी हो गई.
First Published: Monday, September 19, 2011, 08:20