Last Updated: Thursday, August 4, 2011, 08:08
दिल्ली: लोकसभा में गुरुवार को महंगाई के मुद्दे पर जारी चर्चा का जवाब देते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने सदन को आश्वस्त किया कि सरकार महंगाई पर नियंत्रण पाने के लिए हर सम्भव कदम उठा रही है.
उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि महंगाई को कम करने की कोशिश में विकास की दर को सुस्त करने की कोई जरूरत नहीं है.
उन्होंने कहा कि 1980 के दशक में देश के सकल जीडीपी में विकास की दर पांच फीसदी से मामूली अधिक थी जबकि 1990 के दशक में यह 6 फीसदी के करीब थी, जो वर्तमान विकास दर आठ से साढ़े साठ फीसदी की तुलना में कम है, लेकिन क्या उस समय महंगाई की दर कम थी? नहीं.
उन्होंने कहा कि महंगाई पर काबू पाने के लिए कई कदम उठाए जाने की जरूरत है जिसके लिए पक्ष के साथ-साथ विपक्षी सदस्यों को एक साथ आना होगा.
प्रणब मुखर्जी का यह बयान उस समय आया है जब देश की वार्षिक महंगाई की दर 9.44 फीसदी है और विपक्ष ने सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि या तो वह महंगाई को कम करे या फिर सत्ता छोड़ दे.
महंगाई के मुद्दे पर सदन में बहस की शुरुआत करते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने बुधवार को कहा था कि महंगाई को लेकर विपक्ष मुकदर्शक नहीं बना रहेगा.
First Published: Thursday, August 4, 2011, 13:40