Last Updated: Friday, September 9, 2011, 08:35
नई दिल्ली. पिछड़े और बीमारू राज्यों की श्रेणी में आने वाला बिहार राज्य अब महिला साक्षरता के विकास दर में सबसे अव्वल है. राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने गुरुवार को देश में महिला साक्षरता के मामले में सर्वाधिक विकास दर हासिल करने वाले बिहार को सम्मानित किया.
दिल्ली में आयोजित समारोह में बिहार के मानव संसाधन विकास विभाग के प्रधान सचिव अंजनी कुमार सिंह ने यह पुरस्कार प्राप्त किया.
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के मौके पर राष्ट्रपति ने महिला साक्षरता में 20 प्रतिशत और आम साक्षरता के मामले में 16 प्रतिशत विकास दर हासिल करने के लिए बिहार को यह सम्मान दिया है.
पहले 2001 में बिहार में महिला साक्षरता दर 33.57 प्रतिशत थी. दस साल में यह बढ़कर 53.33 प्रतिशत हो गई. इसी तरह आम साक्षरता दर जो 2001 में 47.53 प्रतिशत थी यह 2011 में बढ़कर 63.82 प्रतिशत हो गई है. इसके अलावा वर्ष 2001 से 2011 के दौरान देश भर में महिला और पुरूष साक्षरता दर में अंतर को कम करने में भी बिहार ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है.
बिहार में वर्ष 2001 में 60.32 प्रतिशत पुरुष और 33.57 प्रतिशत महिलाएं साक्षर थे. अब पुरुष साक्षरों की संख्या बढ़कर 73.39 प्रतिशत और महिला साक्षरों की संख्या बढ़कर 53.33 प्रतिशत हो गई है.
बिहार सरकार ने अक्षर आंचल कार्यक्रम के तहत 40 लाख महिलाओं को साक्षर बनाया है. जो एक उपलब्धि होने के साथ- साथ इस मायने में और भी महत्वपूर्ण है. राज्य सरकार ने अब एक करोड़ महिलाओं को साक्षर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसके तहत अगले चरण में 15 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को साक्षर बनाया जाएगा.
First Published: Friday, September 9, 2011, 18:18