Last Updated: Sunday, September 8, 2013, 18:45
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारत न केवल साक्षरता दर को वैश्विक स्तर तक ले जाए बल्कि इसे दुनिया के शीर्ष देशों के बराबर पहुंचाए। उन्होंने कहा कि साक्षरता मनुष्य की बुनियादी जरूरत है और शिक्षा का मूल भी।