Last Updated: Thursday, November 1, 2012, 09:21

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली: इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को केजी डी-6 बेसिन पर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अम्बानी के साथ साठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि लगता है देश को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह नहीं बल्कि मुकेश अम्बानी चला रहे हैं। आईए एक नजर डालते हैं मुकेश अंबानी पर लगाए केजरीवाल के मुख्य आरोपों पर।
आरोप नंबर 1- रिलायंस को वर्ष 2006 में फायदा पहुंचाने के लिए ही मणिशंकर अय्यर को पेट्रोलियम मंत्रालय से हटाया गया।
आरोप नंबर 2- रिलायंस के इशारे पर ही मुरली देवड़ा को नया पेट्रोलियम मंत्री बनाया गया।
आरोप नंबर 3- मुरली देवड़ा के आते ही रिलायंस ने गैस की खोज में अपना इनवेस्टमेंट चार गुना बढ़ा दिया। इसके साथ ही रिलायंस ने प्राकृतिक गैस की कीमत भी दोगुनी कर दी।
आरोप नंबर 4- मुकेश अंबानी के इशारे पर पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी को हटाया गया।
आरोप नंबर 5- जयपाल रेड्डी को हटाकर वीरप्पा मोइली को नया पेट्रोलियम मंत्री बनाया गया है क्योंकि अब रिलायंस गैस की कीमत ढाई गुना और बढ़ाना चाहता है।
आरोप नंबर 6- रिलायंस ने गैस उत्पादन घटाने की धमकी देकर कंपनियों को ब्लैकमेल करने का काम है।
आरोप नंबर 7- रिलायंस को 10 वर्ष में केंद्र सरकार ने खासा फायदा पहुंचाया और इसके लिए सारे नियम ताक पर रख दिए।
आरोप नंबर 8-देश में महंगाई बढ़ने के लिए रिलायंस ही पूरी तरह से जिम्मेदार है।
आरोप नंबर 9- अगर नए पेट्रोलियम मंत्री ने गैस की कीमत 14.2 डॉलर प्रति यूनिट कर दी तो गैस से चलने वाले बिजली घर ठप पड़ जाएंगे और बिजली ही नहीं बल्कि खाद भी महंगी हो जाएगी।
आरोप नंबर 10-प्राकृतिक गैस के खेल में बीजेपी और कांग्रेस सभी ने रिलायंस को फायदा पहुंचाया।
First Published: Thursday, November 1, 2012, 09:21